अफगानिस्तान के हालात बद से बदतर हो रहे हैं। राजधानी काबुल के एयरपोर्ट पर तालिबान के कब्जे की कोशिशों को अमेरिकी सैनिकों ने विफल कर दिया है। अमेरिकी सैनिक काबुल एयरपोर्ट के कंट्रोल रूम में पहुंच गए हैं। इससे पहले तालिबानियों की फायरिंग में कई लोग घायल हुए हैं। काबुल से सही जानकारी नहीं मिल पा रही है।
Crowds spotted on tarmac of Hamid Karzai International Airport in Kabul as civilians seek to flee city pic.twitter.com/BB9EkUx4rz
— Factal News (@factal) August 15, 2021
सोशल मीडिया पर जो वीडियो और खबरें शेयर की जा रही हैं उन्हीं से अंदाजा लगाया जा रहा है कि हालात बेहद गंभीर हैं। अमेरिका ने 6000 अतिरिक्त सैनिकों की नियुक्ति का ऐलान किया है। जियो पॉलिटिकल विशेषज्ञों का कहना है कि अमेरिकी राष्ट्रपति एक बार सेना की वापसी के बाद फिर से अफगानिस्तान में अमेरिकी सेनिक भेज रहे हैं। अगर उन्होंने अमेरिकी सैनिकों की वापसी का फैसला कुछ और समय के लिए टाल दिया होता तो अफगानिस्तान की यह दुर्द्शा न होती।
इस बीच यह भी खबर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने अफगान मुद्दे पर आपात कालीन बैठक बुलाई है। फायरिंग के बाद काबुल एयरपोर्ट पर अफरातफरी का माहौल है। लोग जान बचाने के लिए इधर से उधर भाग रहे हैं। इस भगदड़ में कई लोगों के घायल होने की भी खबर है। काबुल एयरपोर्ट से जो वीडियो निकलकर सोशल मीडिया पर आ रहे हैं, उनमें हालात काफी भयावह दिख रहे हैं।
Gunfire heard near Kabul's Hamid Karzai International Airport as crowd of Afghan civilians rushes toward terminal pic.twitter.com/pMMPoBA89V
— Factal News (@factal) August 16, 2021
अमेरिका अपने लोगों को अफगानिस्तान से निकालने में लगा हुआ है। काबुल एयरपोर्ट पर हालात को बिगड़ते देख अमेरिका ने एयरपोर्ट को अपने कब्जे में ले लिया है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय के हवाले से बताया जा रहा है कि काबुल में हामिद करजई हवाई अड्डे को सुरक्षित करने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं। तालिबान ने बगराम एयरबेस पर भी अपना कब्जा जमा लिया है।
बताया जा रहा है कि इस एयरबेस की सुरक्षा में तैनात अफगान सेना ने तालिबान आतंकियों के सामने सरेंडर कर दिया है। इस एयरबेस पर बड़ी संख्या में कैदी भी रखे गए हैं। कभी यह एयरबेस अफगानिस्तान में अमेरिका का सबसे बड़ा सैनिक ठिकाना हुआ करता था।