तालिबान ने पूरे अफगानिस्तान में तबाही मचा रखा है। काबुल पर कब्जे के बाद से तालिबानी आतंकी बर्बरता की हद पार कर रहे हैं। किसी को भी घर से उठाकर मार दिया जा रहा है। लड़कियों को अगवा कर लिया जा रहा है और उन्हें सेक्स सलेव बना दिया जा रहा है। तालिबान हिटलर की तरह बर्ताव कर रहा है। अपने विरोधियों और सरकारी अधिकारियों को चुन-चुन कर सजा दे रहा है। तालिबान घर-घर जाकर उन लोगों की पहचान कर रहा है, जो पहले एनडीएस के लिए काम कर चुके हैं या फिर अमेरिका के लिए काम कर चुके हैं।
तालिबान अपनी सरकार बनाने से पहले पिछली सरकार में काम कर चुके लोगों की पहचान कर उनका सफाया कर रहा है। इनमें कहा जा रहा है कि तालिबान ने राष्ट्रीय सुरक्षा निदेशालय (एनडीएस), सेना के साथ काम करने वाले या दुभाषियों के रूप में अमेरिका और संबद्ध बलों की मदद करने वाले सभी अफगानों को चिह्नित करके उनका सफाया करने के लिए हिटलर की कुख्यात खुफिया एजेंसी ‘गेस्टापो’ की तरह काम कर रहा है।
तालिबान बच्चों और महिलाओं को भी नहीं छोड़ रहा। सारी महिलाओं को घर में रहने की हिदायत दी गई है। सारे मॉल, पॉर्लर बंद कर दिए गए हैं। शहर में लगी महिलाओं के पोस्टर होर्डिंग और विज्ञापनों पर कालिख पोत दी गई है। गनी सरकार से जुड़े ज्यादार तर लोग या तो देश छोड़कर भाग गए हैं या फिर जिंदगी और मौत से लड़ रहे हैं। काबुल और कंधार में भारी हथियारों से लैस हक्कानी नेटवर्क के कैडर घर-घर तलाशी ले रहे हैं।