पंजशीर घाटी में तालिबान ने कब्जा तो कर लिया है लेकिन यहां जंग अब भी जारी है। पंजशीर घाटी से अफगानिस्तान के लिए तालिबानियों से जंग लड़ रहे नॉर्दन अलायंस की अगुवाई कर रहे अहमद मसूद और अमरुल्लाह सालेह को लेकर हाल ही में खबर आई की दोनों ताजिकिस्तान चले गए हैं,लेकिन अब खबर है कि ये दोनों यहां गए ही नहीं।
खबरों की माने तो ताजिकिस्तान के राजनयिक राजदूत ज़हीर अघबर का कहना है कि, पंजशीर नेता अहमद मसूद और अमरुल्ला सालेह अब भी अफगानिस्तान में मौजूद हैं और तालिाबन से लड़ रहे हैं। अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी की सरकार में ताजिकिस्तान में राजदूत ज़हीर अघबर ने ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे में एक संवाददाता सम्मेलन में ये बातें कही। उन्होंने कहा कि वह सालेह के साथ नियमित संपर्क में थे और सुरक्षा कारणों से प्रतिरोध के नेता सामान्य संचार से बाहर हो गए हैं।
वहीं, नेशनल रेजिस्टेंस फोर्सेज के प्रवक्ता अली नजरी ने कहा है कि, मसूद जल्द ही अपना बयान जारी करेंगे। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि, मेरे लीडर और भाई अहमद मसूद सुरक्षित हैं और जल्द ही अपने लोगों के लिए संदेश जारी करेंगे। बाद में अहमद मसूद ने भी ट्वीट कर खुद के सुरक्षित होने की बात कही। उन्होंने लिखा कि, आई एम सेफ मेट, डोंट वही। इसके बाद मसूद ने आंसू वाली इमोजी लगाई।
बताते चलें कि, तालिबान ने इस बार ताजिकिस्तान की सप्लाई लाइन बंद कर दी है, जिसके बाद घाटी में मौजूद नेशनल रेसिस्टेंस फ्रंट (NRF) को खाने और ईंधन के अलावा हथिया और गोला-बारूद की सप्लाई नहीं हो पा रही है। इसके साथ ही पंजशीर में तालिबान ने इंटरनेट और टेलिफोन की लाइंस काट दी है।