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Corona Virus को लेकर अमेरिका की China पर चढ़ाई, Wuhan Lab के स्टाफ का मांगा मेडिकल रिकॉर्ड- होंगे कई खुलासे

कोरोना वायरस को लेकर अमेरिका की चीन पर चढ़ाई

दुनिया भर में पिछले डेढ़ साल से तबाही मचा रहे कोरोना वायरस को लेकर चीन पर आरोप लगता रहा है कि यह वायरस चीन के वुहान लैब में तैयार किया गया। चीन इसे जैविक हथियार के रूप में इस्तेमाल करने की फिराक से लैब में तैयार किया है। लेकिन इन सारे आरोपों को चीन नकारता रहा है, अब चारों तरफ से चीन घिरता नजर आ रहा है। क्योंकि कई रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि यह चीन की ही लैब में बना है और अब अमेरिका ने चीन से कोरोना वायरस की उत्तपत्ति से जुड़ा एक सबूत मांगा है।

मीडिया में आ रही खबरों की माने तो कहा जा रहा है कि, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के शीर्ष चिकित्सा सलाहकार एंथनी फौसी ने चीन से वुहान की लैब में काम करने वाले तीन लोगों का मेडिकल रिकॉर्ड जारी करने को कहा है। माना जा रहा है कि इन लोगों की मेडिकल रिपोर्ट इस बात का अहम सुराग दे सकती हैं कि कोविड-19 की उत्पत्ति पहली बार वुहान की लैब से ही हुई या नहीं।

अमेरिका ने मांगा वुहान लैब के स्टाफ की मेडिकल रिकॉर्ड

शीर्ष चिकित्सा सलाहकार फौसी ने कहा कि, मैं उन तीन लोगों के मेडिकल रिकॉर्ड देखना चाहूंगा जिनके 2019 में बीमार होने की जानकारी सामने आई थी। क्या वे वास्तव में बीमार हुए थे, और यदि हां, तो कैसे? वायरस की उत्पत्ति को लेकर अमेरिकी खुफिया एजेंसियां ​​​​अभी भी उन रिपोर्टों की जांच कर रही हैं जिनमें कहा गया है कि कोविड-19 मामलों के सामने आने से एक महीने पहले वुहान के वायरोलॉजी लैब में कुछ लोग गंभीर रूप से बीमार हुए थे।

कोरोना वायरस के आरोपों को खारिज करता रहा है चीन

चीन अपनी लैब से वायरस लीक के इन आरोपों को लगातार खारिज करता रहा है। उसका कहना है कि वायरस वुहान में फैलने से पहले दूसरे इलाकों में फैला था। ड्रैगन का कहना है कि, हो सकता है वायरस बाहर से आए खाने की शिपमेंट या जंगली जानवरों, व्यापार के जरिए चीन में फैला हो। डॉ. फैसी ने बताया कि उनका मानना ​​​​है कि कोरोना वायरस पहले जानवरों के जरिए इंसानों में फैला था। इस पर नए सिरे से फिर से जांच करना बेहद ही जरूरी है। इसकी जांच आगे जारी रहनी चाहिए।

ट्रंप ने कहा- मैंने तो पहले की कहा था कि यह चीनी वायरस

बताते चलें कि, डोलाल्ड ट्रंप पहले से ही चीन पर कोरोना वायरस को लेकर आरोप लगा रहे हैं। ट्रंप ने तो यहां तक कह दिया है कि यह चीनी वायरस है। उन्होंने एक बार फिर से दोहराया कि कोरोना वायरस, चीनी वायरस है जो वुहान के लैब से आया। उन्होंने कहा कि अमेरिका और दुनिया में कोरोना से जो तबाही हुई है, उसके लिए चीन को 10 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर का भुगतान करना चाहिए।

डोनाल्ड ट्रंप ने अपने एक बयान में कहा है कि, अब हर कोई, यहां तक ​​कि तथाकथित 'दुश्मन' ने भी यह कहना शुरू कर दिया कि डोनाल्ड ट्रंप वुहान लैब से निकले चीनी वायरस के बारे में सही थे। चीन को अमेरिका और दुनिया को कोरोना से मौत और विनाश के लिए 10 ट्रिलियन डॉलर का भुगतान करना चाहिए।