आपको ध्यान होगा कि पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल बाजवा दो दिन पहले अचानक खतरे का सायरन बजा दिया था। पाकिस्तान में खबर आग की तरह फैल गई कि भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट पर (Balakot) सर्जिकल स्ट्राइक कर दी है। दरअसल, भारत ने स्ट्राइक नहीं की बल्कि पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। एक ओर जहां वो एफएटीएफ जैसी संस्थाओं के सामने कहता है कि पाकिस्तान की धरती पर चल रहे आतंकी कैंपों को खत्म कर दिया गया है। वहीं बालाकोट जैसे टेरर कैंप को फिर से शुरू करने की खबरें और तस्वीरें सामने आ गई हैं। भारत-मोदी और हिंदुओं के खिलाफ लगते नारों और मशीनगनों की आवाज के बीच बालाकोट (Balakot) टेरर कैंप आगाज मौलाना अब्दुल रऊफ ने किया है। आतंकी गिरोह जैश-ए-मुहम्मद में मसूद अजहर के बाद अब्दुल रऊफ का नम्बर आता है। रऊफ को जैश-ए-मुहम्मद डीफेक्टो सरगना कहा जाता है। जैश-ए-मुहम्मद मुहम्मद के इसी कैम्प पर इंडियन एयरफोर्स ने एयरस्ट्राइक में ध्वस्त कर दिया था।
एक अनुमान के मुताबिक बालाकोट (Balakot) के आतंकी कैंप पर इंडिया की एयर स्ट्राइक में लगभग तीन सौ आतंकियों के मारे गए थे। पाकिस्तान ने इस आतंकी कैंप को छिपाने की लाख कोशिश और बहाने बनाए लेकिन सच्चाई दुनिया के सामने आ ही गई थी। पाकिस्तान हमलों के सुबूत छिपाने की लगातार कोशिश करता रहा और टेरर कैंप को मदरसा बताने का स्वांग रचता रहा। लेकिन एक बार फिर दो साल बाद बालाकोट में टेरर कैंप चालू कर दिया गया है। इंडिया नैरेटिव को मिले एक्सक्लूसिव वीडियो में दिख रहा है कि टेरर कैंप में सैकड़ों आतंकी मौजूद हैं। जो गोलियों की आवाज के बीच भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारे लगा रहे हैं।
भारत ने पुलवामा में आतंकी हमले के बाद 26 फरवरी 2019 को बालाकोट के टेरर कैंप पर एयर स्ट्राइक की थी। बालाकोट टेरर कैंप फिर से चालू होजाने और उसके सबूत सामने आ जाने के बाद ऐसा माना जा रहा है कि भारत एक बार फिर दुनिया के सामने पाकिस्तान की करतूत को सामने रखेगा।
एक खास बात और, वो यह कि दो दिन पहले पाकिस्तानी आर्मी चीफ जनरल बाजवा ने हिंदुस्तान की ओर से फिर एयर स्ट्राइक की आशंका में खतरे का सायरन बजा दिया था। खतरे का सायरन बजते ही पाकिस्तान में एक बार फिर खौफ पसर गया और सुबह होजाने के बावजूद पाकिस्तानी फौज थर-थर कांप रही थी। ऐसा बताया जाता है कि बाजवा को भी पता था बालाकोट टेरर कैंप रिऑर्गेनाइज करने की जानाकरी भारत को मिल गई है। इसलिए बाजवा ने एहतियातन खतरे का सायरन बजा दिया था।.