यूक्रेन पर रूस के हमले का आज सातवां दिन है। रूस की सेना यूक्रेन की राजधानी कीव पर लगातार बमबारी कर रही है, मिसाइलें दाग रही है। आम नागरिकों से बंकरों या घर के तहखानों में चले जाने के लिए कहा गया है। जिस तरह से तस्वीरें सामने आ रही है, उससे हालात अब तीसरे विश्व युद्ध जैसे बन रहे है। यूक्रेन के खिलाफ बेलारूस की सेना भी रूस के साथ देने उतर रही है। यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय का दावा है कि बेलारूस उनके खिलाफ यूक्रेन में सैनिक भेज रहा है। हालांकि, बेलारूस का इसपर अभी बयान नहीं आया है। लेकिन बताया जा रहा है कि यूक्रेन के उत्तर पूर्वी क्षेत्र चर्नीहीव में बेलारूसी सेना दाखिल हो गई है।
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आपको बता दें कि बेलारूस, रूस का सहयोगी देश है। साथ ही बेलारूस यूक्रेन के साथ अपनी सीमा पर अधिक अतिरिक्त बलों को तैनात कर रहा है। बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने आदेश दिया है कि उनका देश इस तनावपूर्ण हालात में यूक्रेन से लगी अपनी सीमाओं पर सुरक्षाबलों की संख्या को बढ़ा रहा है। बेलारूसी सैनिकों के यूक्रेन के चर्नीहीव क्षेत्र में दाखिल होने की उत्तर प्रादेशिक रक्षा बलों के प्रवक्ता विटाली क्यारीलोव ने पुष्टि की है। विशेषज्ञ मान रहे हैं कि अब यूक्रेन के सीमावर्ती इलाकों पर रूस जल्द अपने कब्जे में लेने जा रहा है।
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कीव पर कब्जे के लिए रूस ने यूक्रेन के पड़ोसी देश बेलारूस की तरफ से पहला हमला बोला था लेकिन, जब कई दिनों की बमबारी के बाद भी बेलारूस से चली रूसी टुकड़ी, कीव पर कंट्रोल नहीं कर पाई, तो रूस के वेस्टर्न बॉर्डर पर तैनात सैनिक टुकड़ियों को भी कीव मार्च का ऑर्डर दे दिया गया। रशियन कमांडर्स को उम्मीद थी कि पूर्वी यूक्रेन और साउथ में क्राइमिया से चली उसकी सैनिक टुकड़ियां तेजी से कामयाबी हासिल करते हुए कीव पहुंच जाएंगी, पर जब छह दिनों की जंग के बाद भी ऐसा नहीं हो सका, तो अब कीव के लिए अब तक के सबसे बड़े रशियन काफ़िले ने आक्रमण की तैयारी शुरू कर दी। रूसी सेना का ये काफिला बेलारूस से निकला है।