काबुल में आतंकी फिर से हमला कर सकते हैं। ये बात अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की राष्ट्रीय सुरक्षा टीम ने राष्ट्रपति से कहा है। साथ ही यह भी बताया गया है कि अफगानिस्तान की राजधानी में एयरपोर्ट पर सिक्योरिटी और बढ़ाई जा रही है। दरअसल, काबुल में गुरुवार को चार धमाके हुए थे। इनमें 103 लोगों की मौत हो गई। वहीं, 143 लोग जख्मी हुए हैं। इस हमले से पहले भी अमेरिका ने हमले की आशंका जताई थी।
गुरुवार शाम भीड़भाड़ वाले काबुल हवाई अड्डे के बाहर हुए। मारे गए लोगों में 13 अमेरिकी सैनिक शामिल हैं। इस हमले की जिम्मेदारी ISIS- खुरासान ने ली है। खुरासन तालिबान और अमेरिका की बातचीत के खिलाफ रहा है। व्हाइट हाउस की प्रवक्ता जेन पसाकी ने बताया कि कमांडर्स ने प्रेसीडेंट को यह भी जानकारी दी है कि इस्लामिक स्टेट-खोरासन से निपटने के लिए क्या योजनाएं बनाई जा रही हैं। इसके मुताबिक कमांडर्स ने राष्ट्रपति को बताया कि अफगानों को वहां से निकालने के मिशन के आने वाले दिन बहुत चुनौतीपूर्ण होंगे।
पसाकी ने कहा ने कहा कि अगले कुछ दिन तक अफगानिस्तान से अमेरिकी नागरिकों और अफगानों को बाहर निकालने का मिशन अब तक का सबसे खतरनाक समय होगा। वहीं, जो बाइडेन ने कि वे 31 अगस्त की गाइडलाइन तक सभी लोगों को बाहर निकाल लेंगे। इस बीच अफगान लोगों को निकालने के लिए काबुल से उड़ानें शुक्रवार को फिर से शुरू हो गईं।