NASA के स्पेसक्राफ्ट की टक्कर से एक ऐस्टरॉइड चकनाचूर हो गया है,जिससे ब्रह्मांड में बड़े-बड़े पत्थर तैर रहे हैं। नासा के हवाले से खबर आई है कि उसके हबल स्पेस टेलिस्कोप ने स्पेस एजेंसी के DART मिशन से जुड़ी एक तस्वीर खींची है। इसमें डार्ट और ऐस्टरॉइड की टक्कर के बाद अंतरिक्ष में विशालकाय पत्थरों को बिखरे हुए देखा गया है । ये पत्थर एक मीटर से लेकर 7 मीटर के आकार के हैं।
ऐस्टरॉइड पर हो गया 50 मीटर का गड्ढा
पिछले साल जब अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा के एक अंतरिक्ष यान ने टक्कर मारकर एक ऐस्टरॉइड को सफलतापूर्वक अपने रास्ते से भटकाया तो इससे दर्जनों पत्थर अंतरिक्ष में बिखर गए। गुरुवार को सामने आईं हबल टेलिस्कोप की तस्वीरों में यह नजारा साफ देखा जा सकता है।
नासा के DART स्पेसक्राफ्ट का आकार किसी फ्रिज जितना था। यह पिछले साल सितंबर में पृथ्वी से करीब 11 मिलियन किमी दूर पिरामिड के आकार के एक रग्बी बॉल जैसे ऐस्टरॉइड डिमोर्फोस से टकरा गया था।
ऐस्टरॉइड खतरे से पृथ्वी की सुरक्षा के इस तरह के पहले परीक्षण में स्पेसक्राफ्ट ने बड़े खगोलीय पिंड को काफी हद तक अपने रास्ते से भटका दिया था। हबल स्पेस टेलीस्कोप से ली गई तस्वीरों से पता चलता है कि टक्कर से एक मीटर से लेकर सात मीटर तक के 37 पत्थर बाहर निकले जो अब ब्रह्मांड में तैर रहे हैं।
धरती के लिए कितना ख़तरनाक़?
खोज से पता चलता है कि पृथ्वी की ओर बढ़ रहे इंसानों के लिए खतरनाक ऐस्टरॉइड्स को मोड़ने वाले संभावित भविष्य के मिशन हमारी दिशा में भी पत्थर फेंक सकते हैं। लेकिन इन चट्टानों से पृथ्वी को कोई खतरा नहीं है क्योंकि मुश्किल से ये कुछ दूर ही जा सकती हैं।
हबल ने एक बयान में कहा कि ये पत्थर डिमोर्फोस से लगभग एक किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दूर जा रहे हैं। ये पत्थर इतनी धीमी गति से आगे बढ़ रहे हैं कि यूरोपियन स्पेस एजेंसी का हेरा मिशन, जो टक्कर की जांच के लिए 2026 के अंत में ऐस्टरॉइड पर पहुंचने वाला है, भी इन्हें देखने में सक्षम होगा।
50 मीटर का गड्ढा है ऐस्टरॉइड पर
यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के प्लैनेटरी साइंटिस्ट और अध्ययन के प्रमुख डेविड जेविट ने कहा, ‘हेरा के पहुंचने पर पत्थरों का मलबा बिखर रहा होगा।’ उन्होंने कहा, ‘यह बहुत धीरे-धीरे फैलने वाले मधुमक्खियों के झुंड की तरह है। जेविट के अनुसार, पत्थरों के फैलाव से संकेत मिलता है कि DART ने डिमोर्फोस पर लगभग 50 मीटर (160 फीट) चौड़ा गड्ढा किया है जबकि पूरा क्षुद्रग्रह 170 मीटर चौड़ा है।
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