अफगानिस्तान के जलालाबाद में शनिवार को सीरियल ब्लास्ट में तीन लोगों की मौत हो गई है। यहा हमला तालिबान के वाहनों को निसाना बनाकर किया गया। इसमें 20 लोग घायल हो गए। हमले की जिम्मेदारी अभी तक किसी ने नहीं ली है। लेकिन पूर्वी अफगानिस्तान इस्लामिक स्टेट से जुड़े एक समूह का गढ़ है और वे अफगानिस्तान के नए तालिबान शासकों के खिलाफ हैं।
लगातार एक बाद एक हुए इस ब्लास्ट के बाद ऐसा लग रहा है कि अब तालिबान के खिलाफ अफगानिस्तान में ही अन्य संगठन खिलाफ हो गए हैं। तालिबान शासन के खिलाफ कई संगठन हैं, जो लगातार घात लगाकर बैठे हुए हैं। काबुल बम विस्फोट में किसे निशाना बनाया गया है यह अभी तक साफ नहीं हो सका है। वहीं, चश्मदीदों का कहना है कि, राजधानी में हुए आईईडी ब्लास्ट में दो लोग घायल हो गए हैं, ये घटना काबुल के पुलिस डिस्ट्रिक्ट 13 में हुई है। घटना के बाद एक क्षतिग्रस्त कार को देखा गया। इस दौरान पास की दुकानों के शटर को भी नुकसान पहुंचा है।
Multiple explosions targeting Taliban vehicles in Jalalabad kills at least 3 Taliban fighters. #Nangarhar #Afghanistan pic.twitter.com/gcOedGGje7
— Panjshir Observer (@PanjshirObserv) September 18, 2021
बताते चलें कि, अमेरिका ने काबुल में 29 अदस्त को किए ड्रोन हलमे को भयंकर गलती माने हुए माफी मांगी है। अमेरिका ने पहला बार यह भी कहा है कि इस हमले में 10 अफगानी नागरिकों की मौत हो गई थी, जिसमें 7 बच्चे भी शामिल थे। अमेरिकी सेना की सेंट्रल कमांड के प्रमुख जनरल केनेथ मैकेंजी ने कहा कि, काबुल में ड्रोन स्ट्राइक ISIS के संदिग्ध ऑपरेशन को निशाना बनाकर की गई थी, क्योंकि अमेरिका की खुफिया एजेंसी के पास इस बात की पुख्ता जानकारी थी कि ISIS काबुल एयरपोर्ट पर हमला करने की फिराक में था।