बलोचिस्तानियों की लोकप्रिय नेता करीमा बलोच की कनाडा में हत्या के बाद बलोच असंतुष्टों ने पाकिस्तानी सेना पर बड़ा हमला किया है। इस हमले में 7 से ज्यादा पाकिस्तानी सेनिक मारे गए हैं। पाकिस्तानी सेना एक बार फिर इस हमले की आड़ में निर्दोष बलोचों को निशाना बना रही है। एक जानकारी के मुताबिक यह हमला शनिवार को हुआ था। तब से लेकर अब तक पाकिस्तानी आर्मी सैकड़ों बलोच युवाओं को अगवा कर के ले गई है। इन बलोच युवाओं के बारे में कोई जानकारी नहीं दी जा रही है कि उन्हें क्यों उठाया गया है, किसने उठाया है और कहां रखा गया है। पाकिस्तानी फौज की इस कायराना हरकत से बलोचिस्तान में पाकिस्तान सरकार और फौज के खिलाफ नए सिरे से आक्रोश पनपने लहा है। ऐसा माना जा रहा है कि पाकिस्तानी फौज पर यह हमला बीएलटी या बीएलए ने किया है। बीएलटी को बलोच लिब्रेशन टाइगर्स और बीएलए बलोच लिब्रेशन आर्मी कहा जाता है।
पाकिस्तानी फौज के एक प्रवक्ता ने अंतर्राष्ट्रीय मीडिया एजेंसियों को बताया है कि हमला बलूचिस्तान के हरनई जिले में हुआ। पास की पहाड़ियों से आतंकवादियों ने रॉकेट और फिर स्वचालित गोलियों का उपयोग करके एक सैन्य चौकी में आग लगा दी गई। पाकिस्तान सेना ने एक बयान जारी करते हुए कहा है कि असंतुष्टों के हमले के बाद पूरे इलाके को सील कर दिया गया है और भागने वाले रास्तों को बंद कर दिया गया है।
बलूचिस्तान प्राकृतिक संसाधनों से संपन्न प्रांत है जहां बड़ी संख्या में कोयले और प्राकृतिक गैस के भडार हैं। यहां बड़े पैमाने पर चीन ने अपना निवेश कर रखा है। लेकिन इतने बड़े संसाधनों से संपन्न होने के बावजूद यह प्रांत विकसित नहीं हो पाया है। पाकिस्तानी सेना द्वारा यहां स्थानीय नागरिकों पर किए जाने वाले अत्याचारों की कहानी यहां किसी से छिपी नहीं है।.