भारत की ताकत का आकलन इससे लगया जा सकता है कि ब्राजील के विदेश मंत्री को इसलिए इस्तीफा देना पड़ा क्योंकि वो भारत से बेहतर रिश्ता नहीं बना पाए। ब्राजील में राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो ने भारत से रिश्ते बेहतर करके कोरोना वायरस वैक्सीन हासिल करने में असफल रहने पर अपने विदेश मंत्री एर्नेस्टो अरॉजो को हटा दिया है। कोरोना वायरस के कहर से जूझ रहे ब्राजील में राष्ट्रपति बोलसोनारो ने सेना, नौसेना और वायुसेना प्रमुख से इस्तीफा ले लिया है। वहीं रक्षा मंत्री ने राष्ट्रपति के इस कदम को सेना पर अत्यधिक नियंत्रण का प्रयास मानते हुए विरोध स्वरूप अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
सोमवार को विदेश मंत्री और रक्षा मंत्री के इस्तीफा देने के बाद राष्ट्रपति बोलसोनारो को मंत्रिमंडल में भारी फेरबदल के लिए मजबूर होना पड़ा। राष्ट्रपति ने ट्विटर पर बताया कि उन्होंने नए न्याय एवं जन सुरक्षा मंत्री तथा सरकारी सचिव को नियुक्त करने का फैसला किया है। उन्होंने फेरबदल के लिए कोई वजह नहीं बताई। राष्ट्रपति ने इससे पहले स्वास्थ्य मंत्री को बदला था जो देश में कोविड-19 से 3,14,000 लोगों की मौत होने के बाद आलोचना के घेरे में आए थे।
इससे पहले ब्राजील के राष्ट्रपति ने कोरोना वायरस महामारी फैलने के बाद से चौथी बार अपने स्वास्थ्य मंत्री को बदलते हुए मार्सेलो क्वेरोगा को इस पद पर नियुक्त किया था। क्वेरोगा एडवर्डो पैजुएलो की जगह लेंगे। सैन्य जनरल पैजुएलो को स्वास्थ्य के क्षेत्र का कोई अनुभव नहीं होने के बावजूद पिछले साल मई में स्वास्थ्य मंत्री नियुक्त किया गया था। पैजुएलो के पूर्ववर्ती दो स्वास्थ्य मंत्रियों ने बोल्सोनारो से मतभेदों के चलते अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। क्वेरोगा फिलहाल देश की कार्डियोलॉजी सोसायटी के प्रमुख हैं।