ब्रिटेन की भारतीय मूल की गृह मंत्री प्रीति पटेल ने सत्तारूढ़ कंजर्वेटिव पार्टी की वर्चुअल कॉन्फ्रेंस को संबोधित करने के दौरान मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और वामपंथी वकीलों पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि ये देश की चरमराई शरण प्रणाली में सुधार को रोकने के लिए मानव तस्करी करने वाले गिरोहों का समर्थन करने के लिये एकजुट हो गये हैं।
प्रीति पटेल ने अवैध प्रवासियों पर लगाम कसने के लिए शरण प्रणाली में सुधार की कुछ योजनाओं की घोषणा भी की है।उन्होंने कहा कि ब्रिटेन की वर्तमान शरण प्रणाली मानव तस्करी के अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक व्यापार को बढ़ावा दे रही है। प्रवासी खुद को गिरोह के हवाले कर देते हैं जो छोटी नौकाओं से उनको इंग्लिश चैनल के जरिए अवैध रूप से ब्रिटेन भेज रहे हैं।
एक बार ब्रिटेन पहुंच जाने पर कमजोर, असुरक्षित प्रवासी पहले से इंतजार में लगे 40,000 से अधिक लोगों के समूह में फंसते जाते हैं, जो शरण के दावों पर फैसले का इंतजार कर रहे हैं। जिसमें एक साल से अधिक का समय और ब्रिटिश करदाताओं के वार्षिक 1 अरब पाउंड से अधिक की लागत लग सकती है।
उन्होंने कहा कि दशकों से सरकारों की निष्क्रियता के कारण शरण प्रणाली में सुधार उपेक्षित हालत में था। उन्होंने नैतिक, कानूनी और व्यावहारिक समस्याओं से निपटते हुए एक दृढ़ और न्यायोचित प्रणाली लाने का वादा किया। प्रीति पटेल ने कहा, "इसमें कोई संदेह नहीं है कि जो लोग चरमराई व्यवस्था से लाभ कमाने में माहिर हैं, हमें मानव अधिकारों के बारे में अपने बड़े सिद्धांतों पर लेक्चर देंगे।"
गृह मंत्री ने कहा, "चरमराई शरण प्रणाली का बचाव कर रहे-तस्कर, मानव अधिकार कार्यकर्ता, वामपंथी वकील, लेबर पार्टी- वे सभी इन्डिफेन्सबल (बचाव योग्य नहीं) का बचाव कर रहे हैं।"
प्रीति पटेल ने कहा कि लेबर पार्टी ने चेतावनी दी थी कि जो बदलाव हो रहा है, उसके कारण कई लोगों को जिंदगी गवांनी होगी लेकिन पहले से ही लोगों की जान जा रही है। उन्होंने कहा, "सिस्टम को सुधारें,अपराधियों पर मुकदमा चलाएं,कमजोर लोगों की रक्षा करें।"
उन्होंने आगे कहा कि "इस तरह से एक दृढ़ और न्यायोचित शरण प्रणाली दिखाई देनी चाहिए, और यही मैं लागू करने का इरादा रखती हूं।".