आज देश में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में प्रधानमंत्री नरोंद्र मोदी को बड़े गौर से सुना जाता है। जब वो कुछ बोलते हैं तो भारत के साथ ही पूरी दुनिया की मीडिया उसे कवर करती है। हर एक देश पीएम मोदी के साथ जुड़ना चाहता है। चाहे अमेरिका हो, जापान, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस या अन्य दुनिया का बड़ा देश। हर कोई भारत संक रिश्ते मजबूत करना चाहता है। रूस-यूक्रेन जंग के बाद तो अमेरिका भी कई बार कह चुका है कि वो अब भारत संग अपने रिश्ते मजबूत करने पर काम करेगा। पूरी दुनिया में पीएम मोदी के कई खास दोस्त हैं इन्हीं में से एक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन भी हैं। जो हाल ही में इंडिया अपने दौरे पर आए थे। बोरिस जॉनसन ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बने रहेंगे।
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ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को 211 सांसदों ने वोट दिया जिसके बाद उन्होंने विश्वास प्रस्ताव जीत लिया है। इस वक्त बढ़ती महांगई और पार्टीगेट स्कैंडल को लेकर जॉनसन सरकार विवादों में घिरी हुई है। खास बात है कि कंजरवेटिव पार्टी के मौजूदा नियमों के अनुसार, इस जीत के साथ ही जॉनसन को कम से कम 12 महीनों तक किसी अन्य अविश्वास प्रस्ताव का सामना नहीं करना होगा। अविश्वास प्रस्ताव के लिए कुल 359 वोट डाले गए थे। इनमें 148 के मुकाबले जॉनसन ने 211 मतों के साथ जीत दर्ज कर ली है। कोविड लॉकडाउन के दौरान 10 डाउनिंग स्ट्रीट पर पार्टियां करने के बाद कंजर्वेटिव पार्टी के 40 से ज्यादा सांसदों ने पीएम जॉनसन के इस्तीफे की मांग की थी।
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अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने के लिए जॉनसन की 180 कंजर्वेटिव सांसदों के वोट की जरूरत थी। ब्रिटिस संसद में कुल 359 सांसद हैं। इस अहम मतदान से पहले पीएम जॉनसन ने दर्जनों ने समर्थन हासिल करने की कोशिश में दर्जनों सांसदों का संबोधित किया था। पार्टीगेट स्कैंडल के चलते जॉनसन की अपनी पार्टी पर खासा असर पड़ा है।