ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने इस सप्ताह होने वाले अपने भारत दौरे को रद्द कर दिया है। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच राजधानी दिल्ली में छह दिनों के लिए लॉकडाउन लागू किया है। ब्रिटिश पीएम रविवार से भारत के चार दिनों के दौरे पर आने वाले थे। लेकिन दिल्ली समेत भारत के कई राज्यों में बढ़ते कोरोना की वजह से इसे रद्द कर दिया गया है।
तो क्या भारत को रेड लिस्ट में डालने की तैयारी में ब्रिटेन
बोरिस जॉनसन के भारत यात्रा रद्द करने के बाद भी अभी तक 'रेड लिस्ट' में नहीं डाला गया है। ब्रिटेन के कई वैज्ञानिकों ने भारत में बढ़ते कोरोना मामलों को लेकर इसे 'रेड लिस्ट' में शामिल करने का अनुरोध किया है। भारत के 'रेड लिस्ट' में शामिल होने पर इस पर यात्रा प्रतिबंध लग जाएंगे। ब्रिटिश सरकार के एक सलाहकार ने आज इशारा भी किया कि भारत को 'रेड लिस्ट' में शामिल किया जाना चाहिए, क्योंकि यहां मिले वायरस के नए वेरिएंट के प्रभाव को अभी समझा नहीं गया है।
डाउनिंग स्ट्रीट के एक प्रवक्ता ने कहा, कोरोनावायरस के वर्तमान हालात को देखते हुए प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन अगले हफ्ते भारत की यात्रा नहीं करने वाले हैं. इसके बजाय, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बोरिस जॉनसन इस महीने के अंत में ब्रिटेन और भारत के बीच भविष्य की साझेदारी के लिए अपनी महत्वाकांक्षी योजनाओं पर इस महीने बात करेंगे। दोनों नेता लगातार एक-दूसरे के संपर्क में रहेंगे और इस साल व्यक्तिगत रूप से मुलाकात करने की ओर देखेंगे।
दौरा रद्द करने के लिए बोरिस पर था दबाव
बोरिस जॉनसन पर भारत दौरे को रद्द करने को लेकर दबाव बना हुआ था। विपक्षी लेबर पार्टी भारत में बढ़ते कोरोना मामलों को लेकर जॉनसन से दौरा रद्द करने की मांग कर रही थी। लेबर पार्टी ने सवाल किया था कि जॉनसन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय संबंधों पर ऑनलाइन चर्चा क्यों नहीं कर सकते हैं।
खबरों की माने तो लेबर पार्टी के स्टीव रीड ने कहा था कि, 'ब्रिटेन सरकार लोगों से कह रही है कि अगर जरूरी न हो तो यात्रा न करें और मुझे यह समझ नहीं आ रहा कि पीएम बोरिस जॉनसन भारत सरकार के साथ जूम मीटिंग पर चर्चा क्यों नहीं कर सकते हैं। इस दौर में हममें से कई लोग यहीं करते हैं। मुझे लगता है कि पीएम और जो भी लोग पब्लिक लाइफ में हैं उन्हें एक उदाहरण पेश करना चाहिए।'