पाकिस्तान की ‘सफारत’श्रीलंका के समुद्र में गोते लगा रही है। फ्रांस और स्वीडन जैसे दर्जनों देशों के साथ ही श्रीलंका भी बुर्का पर बैन लगाने जा रहा है। कुछ दिन पहले कोलंबों पहुंचने पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपला राजपक्षे से गुहार लगाई थी कि मुसलमानों के साथ रहम किया जाए। उन्हें फिर से जलाने के बजाए दफ्न करने की इजाजत दी जाए। मदरसे बंद न किए जाएं। मुसलमानों पर कोई पाबंदी आयद न की जाए। इमरान खान ने पाकिस्तान आने के बाद श्रीलंका दौरे की डींगे भी खूब मारीं, लेकिन इमरान खान के वापस जाते ही श्रीलंका सरकार ने कहा है कि बुर्का धार्मिक उन्माद का प्रतीक है इस पर रोक लगाना अपरिहार्य है। इसके अलावा जो मदरसे कट्टरता फैलाने में शामिल हैं उन सब को बंद किया जाएगा।
श्रीलंका धार्मिक कट्टरपंथ से निपटने के लिए बुर्का को प्रतिबंधित करने की तैयारी कर रहा है। श्रीलंका के सार्वजनिक सुरक्षा मंत्री सरथ वेरासेकेरा ने कहा कि उन्होंने कैबिनेट की मंजूरी के लिए एक बिल पर साइन किया है। इस बिल में राष्ट्रीय सुरक्षा के आधार पर मुस्लिम महिलाओं के बुर्का पहनने पर प्रतिबंध की व्यवस्था की गई है। अगर यह बिल कैबिनेट से पारित हो जाता है तो श्रीलंका की संसद इस पर कानून बना सकती है।
इस कानून के बनने के बाद से श्रीलंका एशिया का ऐसा पहला देश बन जाएगा जहां बुर्का पहनने पर पाबंदी होगी। चीन में भी ऐसा कानून है, लेकिन उसे आंशिक तौर पर केवल शिनजियांग में लागू किया गया है।ध्यान रहे कि बुर्का पर प्रतिबंध लगाने वाला श्रीलंका पहला देश नहीं है। दुनिया के कई अन्य देशों ने बुर्के पर प्रतिबंध लगा रखा है।
यूरोप के कई देशों ने बुर्का को पहनने पर आंशिक या पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाया हुआ है। इसमें नीदरलैंड, फ्रांस, ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, जर्मनी, स्विट्जरलैंड और डेनमार्क शामिल हैं। हाल के दिनों में जर्मनी, फ्रांस और डेनमार्क ने कट्टरपंथ को देखते हुए और भी कई तरह के नए प्रतिबंधों को लगाने का ऐलान किया हुआ है। स्विट्जरलैंड ने तो बाकायदा रेफरेंडम कर लोगों से बुर्के को प्रतिबंधित करने पर राय भी मांगी थी। इस जनमत संग्रह में लोगों ने बुर्का को प्रतिबंधित करने के पक्ष में वोटिंग की है।
नीदरलैंड में तो चेहरा को ढकने पर 130यूरो (13033रुपये) तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। यह पाबंदी केवल बुर्के पर ही नहीं, बल्कि उन सभी कपड़ों पर लागू होती है जिससे चेहरे को ढका जा सकता है। इसलिए, नीदरलैंड में चेहरे को पूरा ढंकने वाला हेलमेट और बैलेक्लाव पर भी प्रतिबंध है। बैलेक्लाव को अक्सर कमांडो अपना चेहरा ढकने के लिए उपयोग करते हैं। हालांकि यह प्रतिबंध केवल आम जनता के लिए ही है।