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Capitol Hill Violence: चार मरने वालों में एक पूर्व महिला सैन्यकर्मी भी, जानिए मौत से पहले उसने क्या कहा?

Capitol Hill Violence: चार मरने वालों में एक पूर्व महिला सैन्यकर्मी भी, जानिए मौत से पहले उसने क्या कहा?

<p id="content">वाशिंगटन डीसी में यूएस कैपिटल के भीतर हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन में करीब चार लोगों की मौत हो गई और 52 अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया है। मरने वाले चार लोगों में एक महिला भी शामिल है, जो पूर्व सैन्यकर्मी बताई जा रही है।डोनाल्‍ड ट्रंप की इस पक्‍की समर्थक ने अपनी मौत से पहले कहा था कि कोई भी ताकत हमें रोक नहीं सकती।</p>
एशली बैबिट समर्थकों की भीड़ में शामिल थीं और पुलिस की गोली लगने से उनकी जान गई है।  मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एशली बैबिट के पति ने बताया कि वह ट्रंप की बहुत बड़ी समर्थक थीं। साउथ कैलिफोर्निया के सैन डिएगो की रहने वाली एशली यूएस एयर फोर्स में 14 साल अपनी सेवाएं दे चुकी थीं।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, कैपिटल बिल्डिंग (US Capitol Attack) में घुसते वक्‍त एशली को गोली लगी थी। उन्‍हें अस्पताल ले जाने की कोशिश की गई, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।

मेट्रोपॉलिटन पुलिस विभाग के प्रमुख रॉबर्ट कोंटी ने बताया कि महिला को नजदीकी अस्पताल में ले जाया गया था, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस प्रमुख के हवाले से जानकारी मिली कि स्थानीय समयानुसार रात 9.30 बजे तक बुधवार को पुलिस ने कुल 52 गिरफ्तारियां की। इनमें बिना लाइसेंस के पिस्तौल रखने के लिए चार लोगों को और एक को प्रतिबंधित हथियार रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।

उन्होंने कहा कि, 52 गिरफ्तारियों में से 26 को विद्रोह के लिए गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने यह भी पुष्टि की कि विद्रोह में 14 अधिकारी घायल हो गए। इनमें से एक को भीड़ ने खींच लिया और हमला किया, परिणामस्वरूप उसे गंभीर चोटें आईं हैं। कोंटी के अनुसार, वर्तमान में दो अधिकारियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

उन्होंने कहा कि डेमोक्रेटिक नेशनल कमेटी और रिपब्लिकन नेशनल कमेटी के मुख्यालय के पास दो पाइप बम बरामद किए गए। इसके अलावा कोंटी के साथ ब्रीफिंग में शामिल वाशिंगटन डी. सी. की मेयर मुरील बोसेर ने 21 जनवरी तक शहर में एक आपातकालीन घोषणा की और गुरुवार सुबह 6 बजे तक कर्फ्यू लगा दिया। आपको बता दें कि बुधवार तड़के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हजारों समर्थकों ने सीनेट और हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव सभा दोनों के आपातकालीन निकासी को बंद करते हुए कैपिटल भवन पर हमला कर दिया और जम कर उत्पात मचाया।.