अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के खिलाफ महाभियोग का प्रस्ताव पारित हो चुका है। ट्रंप की पार्टी के 10 सदस्यों ने भी महाभियोग के पक्ष में वोट डला। इस बीच ट्रंप ने वाशिंगटन में इमरजेंसी का एलान कर दिया है। ऐसा माना जा रहा है कि ट्रंप ने जो बाइडेन के शपथ ग्रहण को रोकने के लिए आखिरी दांव चला है। क्यों कि इमरजेंसी लागू होने पर लोगों के घर से निकलने और आने-जाने पर प्रतिबंध होता है। यह इमरजेंसी 24 जनवरी तक लागू रहेगा और 20 जनवरी को जो बाइडेन का शपथ ग्रहण होना है।
अमेरिकी राष्ट्रपति की नियुक्ति के बारे में जानकारों का कहना है कि ट्रंप का भविष्य अब उनके डिप्टी माइक पेंस के हाथों में है। माइक पेंस चाहें तो उनके खिलाफ आर्टिकल 25 को एक्टिव कर सकते हैं, और उन्हें हटाकर खुद राष्ट्रपति (कार्यवाहक) बन सकते हैं। अगर वो ऐसा करेंगे तो राष्ट्रपतियों की सूची में उनका नाम तो जरूर आ जाएगा लेकिन मात्र एक हफ्ते के लिए। हालांकि, जानकारों का कहना है कि माइक पेंस ऐसा नहीं करेंगे। 6 जनवरी के हादसे के बाद माइक पेंस भी दुखी हैं लेकिन वो ट्रंप के खिलाफ न तो आर्टिकल 25 को सक्रिए करेंगे और न ही महाभियोग को पारित होने देंगे।
ध्यान रहे, कि अमेरिका का निचला सदन यह ऐसा प्रस्ताव पारित कर चुका है। इस प्रस्ताव के पारित हो जाने के बाद अब सभी की नजरें माइक पेंस पर टिकी हैं कि उनकी अगला कदम क्या होगा। माइक पेंस पहले ही इस अधिकार का इस्तेमाल नहीं करने की बात कह चुके हैं। उन्होंने इस संबंध में हाउस ऑफ रिप्रजेंटिव्स की स्पीकर नैंसी पेलोसी को पत्र भी लिखा था और साफ कहा था कि वह राष्ट्रपति ट्रंप को हटाने के लिए इस प्रक्रिया के इस्तेमाल में पक्ष में नहीं हैं। हालांकि उपराष्ट्रपति के इनकार के बावजूद इस आशय का एक प्रस्ताव डेमोक्रेट्स के बहुमत वाले अमेरिकी कांग्रेस के निचले सदन में लाया गया, जिसे अब पारित कर दिया गया है। यह देखना होगा कि इस प्रस्ताव के पारित हो जाने के बाद पेंस का अगला कदम क्या होता है और क्या वह ट्रंप को राष्ट्रपति के अधिकारों से वंचित कर खुद यह जिम्मेदारी संभालने के लिए तैयार होते हैं।
डोनाल्ड ट्रंप को राष्ट्रपति के अधिकारों से वंचित करने के लिए हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स में यह प्रस्ताव 205 के मुकाबले 223 मतों से पारित हुआ। इस बीच कई रिपब्लिकन्स भी ट्रंप के खिलाफ आते नजर आ रहे हैं, जिनमें प्रतिनिधि सभा में वरिष्ठ रिपब्लिकन सदस्य लिज चेनी भी शामिल हैं। अमेरिका के पूर्व उपराष्ट्रपति डिक चेनी की बेटी लिज चेनी ने यहां तक कहा कि अगर ट्रंप के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाया जाता है तो वह उसका समर्थन करेंगी। यूएस कैपिटल हिंसा के बाद कई रिपब्लिकन नेताओं ने खुलकर राष्ट्रपति की निंदा की है। यहां तक कि व्हाइट हाउस के कई अधिकारी भी उनसे दूरी बरतते नजर आ रहे हैं, जिनकी नियुक्ति खुद ट्रंप ने की थी।
.