कैपिटल हिल पर भीड़ के हमले के बाद ट्रंप पर इस्तीफे का दबाव बढ़ता जा रहा है। बुधवार की दोपहर को ट्रंप के संबोधन के बाद ही भीड़ ने कैपिटल हिल पर हमला कर दिया था। अमेरिकी इतिहास में काले धब्बे की तौर पर देखी जा रही इस घटना के बाद ट्रंप के कई नजदीकियों ने साथ छोड़ दिया है। इसी के साथ हाउस स्पीकर नैंसी पैलोसी ने कहा है कि अगर संविधान संशोधन के अनुच्छेद 25 के तहत ट्रंप को हटाने का प्रस्ताव नहीं लाते हैं तो हाउस उनके खिलाफ महाभियोग की कार्यवाही शुरू कर सकता है। ध्यान रहे, कि ट्रप के खिलाफ अनुच्छेद 25 के तहत कार्रवाई तभी हो सकती है जब उपराष्ट्रपति माइक पेंस के नेतृत्व में प्रस्ताव लाया जाए। लेकिन माइक पेंस ने कहा है कि वो ट्रंप के खिलाफ ऐसी किसी भी कार्रवाई के प्रस्ताव का विरोध करेंगे।
हालांकि ट्रंप के सहयोगी रहे कई सांसदों ने कहा है कि अगर सदन में ट्रंप के खिलाफ अनुच्छेद 25 के तहत प्रस्ताव लाया जाता है तो वो विरोध नहीं करेंगे। इसी बीच यह खबर आ रही है कि ट्रंप कैबिनेट के दो और सहयोगी बेस्टी डी वोस और ऐलैन चाओ ने कैपिटल हिंसा के विरोध में इस्तीफा दे दिया है। एक तरफ जहां कुछ रिपब्लिकंस ट्रंप के समर्थन में आ गए हैं तो वहीं इलियोनिस के एडम किनजिंगर और ओह्यो के स्टीव स्टिवर्स ने कहा है कि अगर ट्रंप को हटाए जाने के प्रस्ताव का समर्थन करेंगे। व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी कैलीग मेकैनी ने मीडिया से कहा कि ट्रंप और व्हाइट हाउस बीते दिन हुई हि्ंसा की निंदा करते हैं। बयान देने के तुरंत बाद मैकेनी मीडिया ब्रीफिंग छोड़कर चली गई।
व्हाइट हाउस और कैबिनेट के सहयोगियों के इस व्यवहार और नैंसी पैलोसी के बयान के बाद ट्रंप पर इस्तीफे का दबाव बढ़ गया है। हालांकि, ट्रंप ने अपने बाद के बयान में कैपिटल पर हमला करने वालों की निंदा की और कहा कि वो सत्ता हस्तांतरण की तैयारियों में लगे हैं। लेकिन उनके इस बयान पर कहा जा रहा है।.