चर्च को लेकर कई तरह की खबरें आती रहती हैं। धर्म परिवर्तन से लेकर आदिवासियों को बहकाने तक का इल्जाम चर्च पर लग चुका है। भारत के झारखंड, छत्तीसगढ जैसे राज्यों में चर्च का अच्छा खासा पैठ है। जंगली इलाकों तक ये पहुंचे हुए हैं। जहां ये कई तरह के गैरकानूनी गतिविधियों में संलिप्त हैं। ऐसे ही एक घटना कनाडा से सामने आई है। दरअसल कनाडा के एक स्कूल में 215 आदिवासी बच्चों के नर कंकाल मिले हैं। जांच से पता चला है कि ये सभी बच्चे 3 साल तक के हैं।
इस गंभीर मसले पर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने इस टिप्पणी की है और इसे हृदयविदारक बताया। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने इस संबंध में ट्वीट कर कहा, “Kamloops Indian Residential School से जो खबर मिली, वह हृदय विदारक है। यह हमारे देश के इतिहास के उस काले और शर्मनाक अध्याय की दर्दनाक याद दिलाता है। मैं इस दुखद समाचार से प्रभावित सभी लोगों के बारे में सोच रहा हूँ। हम आपके लिए यहाँ हैं।”
The news that remains were found at the former Kamloops residential school breaks my heart – it is a painful reminder of that dark and shameful chapter of our country’s history. I am thinking about everyone affected by this distressing news. We are here for you. https://t.co/ZUfDRyAfET
— Justin Trudeau (@JustinTrudeau) May 28, 2021
Tk’emlups te Secwepemc जनजाति ने बताया कि ब्रिटिश कोलंबिया में 1978 से बंद पड़े कमलूप्स इंडियन रेजीडेंशियल स्कूल (KIRS) में बच्चों के अवशेषों की बरामदगी हुई है। इन्हें रडार विशेषज्ञों की मदद से जमीन से निकाला गया। समुदाय के प्रमुख रोसने कासिमिर ने अपना एक बयान जारी कर कहा, “हमें समुदाय के बारे में एक जानकारी थी जिसे हम सत्यापित करने में सक्षम थे।” उन्होंने बताया कि इस समय हमारे पास उत्तर से अधिक प्रश्न हैं। जानकारी के मुताबिक ईसाई चर्चों और कनैडियन सरकार द्वारा संचलित किया जाने वाले कनाडा आवासीय स्कूल तंत्र का KIRS सबसे बड़े बोर्डिंग स्कूलों में से एक था। इस स्कूल के बारे में मौजूद जानकारी बताती है कि यहाँ आदिवासी बच्चों को सभ्य बनाने के नाम पर ईसाइयत का पाठ पढ़ाया जाता था और उनकी भाषा व संस्कृति को नष्ट किया जाता था।
रिपोर्ट में यह खुलास किया है कि सन् 1883 से 1998 में यहां करीब 1.5 लाख आदिवासी बच्चे अपने परिवारों से अलग करके इन स्कूलों में डाले गए। इसके बाद इन स्कूलों में बच्चों सांस्कृतिक नरसंहार हुआ। ये सारे खुलासे Truth and Reconciliation Commission की 2015 की एक रिपोर्ट में होते हैं। रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि बच्चों को यहाँ शारीरिक शोषण, बलात्कार, कुपोषण व अन्य अत्याचार किया गयाथा। रिपोर्ट कहती है कि इस आवासीय स्कूल में रहने के दौरान 4100 बच्चों की मौत हुई। लेकिन कनाडा के सबसे बड़े आवासीय स्कूल में दफनाए गए इन 215 बच्चों का रिकॉर्ड इस लिस्ट में शामिल नहीं किया गया।