संगीन हालात में फंसे चीन को अब शायद भारत की ताकत का अहसास हो रहा है। इसीलिए अब वो किसी भी तरह भारत के शीर्ष नेतृत्व से बात-चीत को व्याकुल हो रहा है। चीन में भारतीय सेना का खौफ कितना है इस का अंदाज इसी बात से मिल जाता है कि चीन के रक्षा मंत्री वेई फेंगही ने एससीओ की अहम बैठक से इतर भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मिलने की गुहार लगाई है। ऐसी भी जानकारी मिली है कि भारतीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने चीनी विदेश मंत्री वी फेंगही की गुहार को स्वीकार कर लिया है।
भारत और चीन के रक्षा मंत्रियों की संभावित मुलाकात की खबर ऐसे समय आई है जब दोनों देशों के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर तनाव चल रहा है। हालांकि विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने गुरुवार को कहा कि उन्हें इस बारे कोई जानकारी नहीं है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, चीनी रक्षा मंत्री से मिलेंगे या नहीं।
इससे पहले गुरुवार को राजनाथ सिंह ने रूस के रक्षा मंत्री सर्गी से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं के बीच गजब की केमेस्ट्री देखने को मिली। दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों के बीच हुई बैठक करीब एक घंटे से अधिक तक चली।
भारत की मांग पर रूस ने यह वादा किया कि वो पाकिस्तान के साथ ' नो ऑर्म्स पॉलिसी' की पॉलिसी को जारी रखेगा। यानी कि रूस की ओर से पाकिस्तान को आगे भी किसी तरह का बड़ा हथियार सप्लाई नहीं किया जाएगा। (Input Agency).