ताईवान के नेशनल डे की मीडिया कवरेज की हिदायत बैक फायर होने और ताईवान में भारतीय को सम्मान और प्यार दिया जाना चीन को पच नहीं रहा है। चीन की खिसियाहट और झल्लाहट चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान के चेहरे पर साफ देखी जा सकती है। रुटीन प्रेस कांफ्रेंस में झाओ लिजियान को जब कुछ नहीं सूझा तो उन्होंन खिसियाहट में मीडिया से कहा कि चीन लद्दाख को भारत के केंद्र शासित प्रदेश की मान्यता नहीं देता है। दरअसल, चीन की खिसियाहट का कारण केवल ताईवान और भारत के संबंध ही नहीं बल्कि सीमा पर भारत के इन्फ्रास्ट्रक्चर खड़ा करना है।
ध्यान रहे, कि चीन से तनाव के बीच ताईवान की राष्ट्रपति साई इंग वेन ने आगरा प्रवास की तस्वीरें अपने ट्वीटर एकाउंट पर शेयर की हैं। ताइवान की राष्ट्रपति साई इन वेंग ने भारतीय लोगों का धन्यवाद किया था। अब उन्होंने एक बार फिर भारत के लोग, भारतीय संस्कृति और भारतीय स्थापत्य कला की जमकर तारीफ की है।
#Namaste🙏to our friends from #India 🇮🇳! Thank you for following me here. Your warm regards remind me of fond memories from time spent in your incredible country, your architectural marvels, vibrant culture & kind people are truly unforgettable. I miss my time there dearly. pic.twitter.com/z4MzKpUbbe
— 蔡英文 Tsai Ing-wen (@iingwen) October 13, 2020
त्साई इन वेंग ने अपने ताजमहल दौरे की तस्वीर ट्वीट करते हुए लिखा कि भारत के हमारे मित्रों को नमस्कार, मुझे यहां (ट्विटर पर) फॉलो करने के लिए धन्यवाद। आपके शुभकामना संदेश मुझे आपके अविश्वसनीय देश में बिताए गए यादगार पलों की याद दिलाते हैं। आपके वास्तु चमत्कार, जीवंत संस्कृति और दयालु लोग वास्तव में अविस्मरणीय हैं। मुझे अपना वह समय बहुत याद आता है।
भारतीयों के लिए साई इन वेंग के ट्वीट और सीमा पर भारत के इन्फ्रास्टक्चर को देखकर चीन बौखला गया है। वो कभी भारत को बंदर घुड़की देता है तो कभी ताईवान को धमकियां देता है। ऐसा अनुमान लगाया जा सकता है कि बाजी चीन के हाथों से निकलती जा रही है। चीन की जनता में शी जिनपिंग सरकार के खिलाफ विद्रोह न कर दे इसलिए फर्जी धौंस जमाने की कोशिश कर रहा है।.