Hindi News

indianarrative

कर्ज की भीख मांग रही शहबाज सरकार पर आगबबूला हुआ चीन, मांगे डेढ़ अरब डॉलर

पाकिस्‍तान की कंगाली पर भड़का चीन

पाकिस्तान की आर्थिक हालत दिन पर दिन बदतर होती जा रही है। मुल्क के पास हर एक चीज़ के लाले पड़े हुए हैं। वहीं इस बीच अब इमरान खान के राजनीतिक संकट के बीच डिफॉल्‍ट के खतरे से जूझ रहे कंगाल पाकिस्‍तान को अब उसके आयरन ब्रदर चीन  (china) ने जमकर सुना दिया है। प्‍लांट का 1.5 अरब डॉलर नहीं चुकाने पर गंभीर चिंता जताई है। दरअसल, इनको चाइना-पाकिस्‍तान इकनॉमिक कॉरिडोर या सीपीईसी के तहत बनाया गया था। इसके अलावा चीन ने स्‍टेट बैंक पाकिस्‍तान के मुद्रा का आदान-प्रदान करने पर लगाई गई रोक पर कड़ी आपत्ति जताई है।

चीन के दूतावास में शीर्ष अधिकारी पांग चूनशूई ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के विशेष सहायक सैयद तारिक फतेमी को लिखे पत्र में पाकिस्‍तान के कर्ज नहीं लौटाने पर कड़ी नाराजगी जताई। यही नहीं उन्‍होंने सोमवार को सैयद तारिक से मुलाकात की और सीपीईसी के पावर प्रॉजेक्‍ट पर चिंता जताई। एक्‍सप्रेस ट्रिब्‍यून की रिपोर्ट के मुताबिक सैयद तारिक ने कहा, ‘चीन का बिजली परियोजनाओं को लेकर लौटाया जाने वाला लोन वर्तमान समय में 1.5 अरब डॉलर है। इसने चीन की कंपनियों को बड़ी चिंता में डाल दिया है।

ये भी पढ़े: टूट गईं ‘कंगाल’ पाकिस्‍तान की सारी उम्‍मीदें! IMF से डील न हुई तो नहीं लौटा सकेगा कर्ज, US बैंक ने चेताया

चीनी कंपनियों के हाथ नहीं लग पा रहा कोयला

यही नहीं चीनी अधिकारी पांग ने इस बात की भी शिकायत करी है कि चीन के पावर प्‍लांट के हब साहिवाल और पोर्ट कासिम भी मुद्रा विनिमय प्रतिबंधों के दायरे में आ गए हैं जिससे कोयले के आयात में मुश्किल आ रही है। तारिक ने कहा, ‘इन पॉवर प्‍लांट को बिजली पैदा करने के लिए एक खास दर्जे के कोयले की जरूरत होती है। इसे अगर स्‍थानीय बाजार से खरीदा जाए तो उसमें कई दिक्‍कते हैं। इस कोयले का दाम आयात किए जाने वाले कोयले से ज्‍यादा नहीं होना चाहिए।

हाल ही में पांग ने कोयला नहीं मिलने की जानकारी दी। उनका कहना है कि पाकिस्‍तान ने आयात पर रोक लगा रखी है, इसकी वजह से चीनी कंपनियों को कराची पोर्ट पर सामानों की क्लियरेंस में भी दिक्‍कत आ रही है। चीनी प्रतिनिध‍ि ने कहा कि उनकी चिंताओं को ज्‍वाइंट कमेटी में चर्चा की जानी चाहिए। वहीं इस कमिटी की बैठक ही नहीं हो पा रही है। बता दें कि पाकिस्‍तान इस समय कंगाल हो चुका है और डिफॉल्‍ट की कगार पर है। आईएमएफ (IMF) पाकिस्‍तान को कर्ज नहीं दे रहा है। वहीं पाकिस्‍तान को बचाने के लिए पिछले दिनों ने अरबों डॉलर का ताजा कर्ज पाकिस्‍तान को दिया था। पाकिस्‍तान को चीन ने ही सबसे ज्‍यादा कर्ज दे रखा है।