चीन आबादी के मामले में दुनिया में पहले नंबर पर है। तेजी से बढ़ती जनसंख्या पर रोक लगाने के लिए चीन ने कुछ साल पहले सख्त नियम लागू किए थे। इन नियमों का आलम ये हुआ कि अब चीन घटती आबादी को देख रो रहा है। चीन की आबादी में सबसे ज्यादा बूढ़े लोगों की संख्या है। ऐसे में अब चीन लोगों को इन नियमों में कुछ ढील दे रहा है, ताकि लोग बच्चे पैदा कर सके और देश की आबादी को बढ़ा सके।
इस कड़ी में वहां की कंपनियों ने भी सरकार का साथ दिया और अपने कर्मचारियों का ओवरटाइम खत्म करने का फैसला लिया, ताकि युवा कर्मचारी अपने परिवार को आगे बढ़ा सकें। 'टिकटॉक' की पैरेंट कंपनी चीनी टेक फर्म 'बाइटडांस' ने हाल ही में अपनी ओवरटाइम को खत्म कर दिया है। इस कदम का मकसद चीन में घटती प्रजनन दर को बढ़ाना है। ये नीति अगले महीने 1 अगस्त से पूरी तरह लागू हो जाएगी।
दरअसल, चीन में कर्मचारियों से एक दिन में 12-12 घंटे काम करवाया जाता है। हफ्ते के 6 दिन सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक चीनी कंपनियां अपने कर्मचारियों से काम लेती है, लेकिन अब कंपनियों ने कर्मचारियों की शिफ्ट सुबह 9 बजे से 6 बजे तक करने की योजना बनाई है। ताकि युवाओं को अपना प्राइवेट टाइम मिल सके।
दरअसल, युवा काम के चलते अपने निजी जीवन को समय नहीं पाते। पिछले साल चीन में राष्ट्रीय प्रजजन दर 1.3 के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई थी। इसका कारण वहां 'नेई जुआन' को बताया गया है। जिसका अर्थ होता है कि कंपनी में अन्य कर्मचारी दूसरे कर्मचारी से प्रतिस्पर्धा करने के लिए दबाव में आ जाते हैं ताकि वे पीछे न रहें। एक्सपर्ट्स की मानें तो ओवरटाइम को खत्म करने से 'नेई जुआन' कम होगा।