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सेटेलाइट इमेज से पकड़ी गई ड्रैगन की नई चालाकी! लद्दाख से सिर्फ 400 किमी दूर LAC पर China ने बना डाला यह

लद्दाख से सिर्फ 400 किमी दूर LAC पर China ने बना डाला यह

मई 2020 में जब से भारतीय और चीनी (China) सैनिकों के बीच झड़प हुई है, तब से चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के करीब अपनी भौगोलिक सीमा में हवाई क्षेत्रों का लगातार विस्तार कर रहा है।सैटलाइट इमेजरी से इस बात का खुलासा हुआ है। इमेजरी के विश्लेषण के अनुसार चीन (China) ने एलएसी पर अपनी सेना के लिए व्यापक सुविधाओं का विस्तार किया है और कुछ क्षेत्रों में भारत से मुकाबला करने की तुलनात्मक क्षमता विकसित कर ली है।

सैटेलाइट इमेजरी से स्पष्ट होता है कि चीन ने एलएसी के करीब सैनिकों की तीव्र तैनाती के मकसद और युद्ध की स्थिति में लीड लेने के मकसद से वास्तविक नियंत्रण रेखा के नजदीक हवाई क्षेत्रों में हेलीपैड रेल सुविधाओं मिसाइल, सड़कों और पुलों का बड़े पैमाने पर निर्माण और विस्तार किया है। यह चीन के आक्रामक क्षमताओं के दावा की एक श्रृंखला की तरह है।

चीन ने नए रनवे का निर्माण करके इन सुविधाओं का विस्तार किया है

हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के अनुसार, होतान, न्गारी गुनसा और ल्हासा से ली गई प्लैनेट लैब्स की सैटेलाइट तस्वीरों के विश्लेषण से यह खुलासा हुआ है। तस्वीरें दिखाती हैं कि चीन ने नए रनवे का निर्माण करके इन सुविधाओं का विस्तार किया है, लड़ाकू विमानों की सुरक्षा के लिए मजबूत शेल्टर बनाए हैं और नए संचालन भवनों का निर्माण किया है। इन तीन चीनी एयरफील्ड्स को इनकी लोकेशन के चलते विश्लेषण के लिए चुना गया।

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भारत और चीन के बीच लंबे समय से चल रहे गतिरोध ने द्विपक्षीय संबंधों को छह दशक में सबसे निचले स्तर पर ला दिया है। जून 2020 में गलवान घाटी में एक क्रूर संघर्ष हुआ था जिसमें 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे जबकि मारे गए चीनी सैनिकों की संख्या अज्ञात थी। यह 45 साल में एलएसी पर हुई पहली मौत थी। भारतीय अधिकारियों ने सैटेलाइट तस्वीरों के विश्लेषण पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है।