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पूर्व आर्मी चीफ ने खोले ड्रैगन के काले चिट्ठे, बताया-हर साल आते हैं, पिटकर जाते हैं

former army chief general naravane

गलवान घाटी में हिंसक झड़प के तकरीबन ढाई साल बाद अब चीन (China) ने एलएसी के ईस्टर्न सेक्टर में भी उसी तरह की हिमाकत की है। मालूम हो, अरुणाचल प्रदेश के तवांग में 9 दिसंबर को चीन के सैनिक भारतीय क्षेत्र में घुस आए लेकिन इंडियन आर्मी ने न सिर्फ उन्हें रोका बल्कि खदेड़ते हुए वापस लौटने को मजबूर कर दिया। वैसे LAC पर चीन इस तरह की हरकतें अक्सर करता रहता है। इस बीच अब पूर्व आर्मी चीफ जनरल एम. एम. नरवणे (Army Chief General MM Naravane) ने कहा है कि चीन हर साल इस तरह की दो-तीन कोशिशें करता है और हर बार उन्हें शर्मिंदगी झेलनी पड़ती है। उन्होंने कहा कि पीपल्स लिबरेशन आर्मी एक तरफ तो 21वीं सदी की आधुनिक सेना होने का दावा करती है लेकिन दूसरी तरफ वह हुड़दंग के स्तर तक गिर चुकी है। ये हास्यास्पद है।

हर साल करतें हैं ऐसी हरकतें

पूर्व आर्मी चीफ नरवणे ने कहा कि भारतीय सेना चीन की किसी भी हिमाकत के लिए हमेशा तैयार है। उनसे पूछा गया कि 9 दिसंबर को तवांग सेक्टर के यांग्त्से इलाके में चीन ने जिस तरह एलएसी की स्थिति में एकतरफा बदलाव की कोशिश की क्या ये 2020 (गलवान घाटी की हिंसक झड़प) की तरह ही था? इसके जवाब में पूर्व आर्मी चीफ ने कहा, ‘यह सिर्फ 2020 की बात नहीं है। वे (चीनी सेना) हर साल ऐसी कोशिश करते हैं। हर साल वे हमारे क्षेत्र में आने की इस तरह की 2-3 कोशिशें करते हैं और हर बार उन्हें शर्मिंदगी झेलनी पड़ती है।’

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आगे जनरल नरवणे ने कहा कि चीन की सेना इस हद तक गिर चुकी है कि हुड़दंग और स्ट्रीट फाइटिंग कर रही है। उन्होंने सवाल उठाया, ‘क्या चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी हुड़दंग करने और गली-मोहल्लों में होने वाली लड़ाईयों की तरह झड़प करने के हद तक गिर चुकी है? या वह 21वीं सदी की पेशेवर सेना है? एक तरफ तो वे तकनीकी ताकत का प्रदर्शन करने की कोशिश करते हैं और दूसरी तरफ वे कील लगे डंडों के साथ आ रहे हैं। ये हास्यास्पद है।

क्या है पूरा मामला?

तवांग सेक्टर के यांग्त्से इलाके में चीन की सेना पीएलए ने 9 दिसंबर की रात को घुसपैठ की थी, उसने वहां तारबंदी और कुछ निर्माण की कोशिश की। भारतीय सेना ने उनका विरोध किया और उनके निर्माण को तोड़ दिया। इसके बाद दोनों देशों की सेनाओं में झड़प हो गई जिसमें एक दूसरे से हाथापाई के साथ-साथ लाठी, डंडे वगैरह से हमले हुए। चीनी सेना संख्या में अधिक थे लेकिन भारतीय सैनिकों ने उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया। जल्द ही मौके पर और भी भारतीय सैनिक आ गए और चीनी सैनिकों को खदेड़ दिया। इस झड़प में दोनों पक्षों के कुछ सैनिक जख्मी हुए हैं।