चीन ऐसा देश है जो अपने आस-पास के पड़ोसी देशों से दोस्ती के बजाय उनकी जमीनें हड़पने पर लगा हुआ है। इनमें से एक है ताइवान जिसे चीन दावा करता है कि यह उसका क्षेत्र है। और अब एक बार फिर से चीन ने ताइवन को डराने के लिए अपनी सैन्य शक्ति का इस्तेमाल किया है। चीन ने ताइवान की ओर बार 25 लड़ाकू विमानों को भेजा है। यह विमान चीन ने शुक्रवार को अपने राष्ट्रीय दिवस के मौके पर भेजे।
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ताइवान के रक्षा मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि, चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी (PLA) के 18 जे-16 लड़ाकू विमान और दो एच-6 बमवर्षक विमानों ने ताइवान की ओर उड़ान भरी। जवाब में ताइवान ने वायु गश्ती दलों को तैनात किया और अपने वायु रक्षा तंत्र के जरिए चीनी विमानों का पता लगाया।
यह पहली बार नहीं है जब चीन ने ताइवन को डराने के लिए लड़ाकू विमान भेजा हो, इससे पहले हाल ही में चीन ने 19 लड़ाकू विमान भेजा कर ताइवान को डराने की कोशिश की थी। वहीं, चीन पिछले एक सालों से लगातार ताइवान के क्षेत्र में अपने फाइटर जेट भेज कर डराने की कोशिश करता आ रहा है और अब एक बार फिर से चीनी ने अपनी कायराना हरकत दिखाते हुए 25 लाड़कू विमानों को भेज कर अपनी शक्ति प्रदर्शन की है।
बता दें कि, चीन का मानना है कि ताइवान का प्रशांत व्यापार समूह में शामिल होना उसकी संप्रभुता में हस्तक्षेप करना है। बता दें कि, ताइवान और चीन 1949 में गृहयुद्ध के दौरान अलग हो गए थे। लेकिन चीन दावा करता रहा है कि ताइवान उसका अपना क्षेत्र है। बीजिंग अंतरराष्ट्रिय निकायों में ताइवान की भागीदारी का भी विरोध करता है।
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बीते साल चीनी सैन्य विमानों ने ताइवान के क्षेत्र में रिकॉर्ड 380 बार घुसपैठ की थी। ये संख्या अब और भी ज्यादा हो गई है, इस साल नौ महीने के भीतर 500 से अधिक बार ताइवान में घुसपैठ की गई है। शुक्रवार को जून के बाद अब तक की सबसे बड़ी घुसपैठ की गई। इससे पहले 15 जून को 28 लड़ाकू विमान भेजे गए थे। ब्रिटेन ने सोमवार को साल 2008 के बाद पहली बार ताइवान जलडमरूमध्य के माध्यम से एक युद्धपोत भेजा है, जिसके बाद चीन ने इन लड़ाकू विमानों को भेजा।