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Kabul में अपने नागरिकों के लिए China ने जारी किया फरमान- Taliban को खुश करने में जुटा ड्रैगन!

Taliban को खुश करने में जुटा ड्रैगन!

इसमें कोई दो राय नहीं है कि अफगानिस्तान पर तालिबन के कब्जा करने में ड्रैगन यानी चीन का बहुत बड़ा हाथ है, साथ पाकिस्तान और उसकी खुफिया एजेंसी ISI की अहम भूमिका रही है। तालिबान को इन दोनों देशों का समर्थन प्राप्त है, और तालबानियों कमांडरों से चीन के मंत्रियों की कई दफे मुलाकात हो चुकी है। तालिबान को चीन खुश करने में लगा हुआ है और इस कड़ी में काबुल में चीनी दूतावास में उसने अपने नागरिकों से इस्लामिक ड्रेस कोड का पालने करने के लिए कहा है। हाल ही में तालिबानी नेताओं ने चीन की यात्रा भी की थी।

चीनी दूतावास ने शनिवार को अफगानिस्तान में अपने नागरिकों से इस्लामिक रीति-रिवाजों का सख्ती से पालन करने का आग्रह किया, जिसमें ड्रेस कोड और सार्वजनिक रूप से भोजन करना शामिल है। ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट में बताया गया है कि सभी चीनी नागरिकों को जारी एक एडवाइजरी में दूतावास ने यह भी सुझाव दिया है कि वे काबुल के हामिद करजई इंटरनेशनल एयरपोर्ट और अन्य अराजक स्थलों से दूरी बनाए रखें।

बताते चलें कि, चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने पिछले महीने उत्तरी चीनी बंदरगाह शहर तियानजिन में तालिबान प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक की थी। इस बैठक में उन्होंने कहा था कि अफगानिस्तान एक उदारवादी इस्लामी नीति अपना सकता है। तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने गुरुवार को कहा कि अफगानिस्तान के पुनर्निर्माण में योगदान देने के लिए चीन का स्वागत किया जाएगा। चीन ने देश में शांति और सुलह को बढ़ावा देने में रचनात्मक भूमिका निभाई है।

अपने एक इंटरव्यू में तालिबानी प्रवक्ता ने कहा कि, चीन विशाल अर्थव्यवस्था और क्षमता वाला एक बड़ा देश है, मुझे लगता है कि वे अफगानिस्तान के पुनर्निर्माण और पुनर्वास में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। वहीं, चीन का कहना है कि, अफगानिस्तान को फिर से आतंकवाद का अड्डा नहीं बनने देना चाहिए और गृह युद्ध का सामना कर रहे देश में तालिबान के सत्ता में आने के बाद इस संकट से निपटने में दृढ़ता से उसका समर्थन किया जाना चाहिए।