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चीन की ब्रिटेन को परिणाम भुगतने की चेतावनी

चीन की ब्रिटेन को परिणाम भुगतने की चेतावनी

चीन के राजदूत ने ब्रिटेन की सरकार पर हांगकांग के साथ प्रत्यर्पण संधि को निलंबित करके चीन के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया है। बीजिंग ने धमकाने के अंदाज में ब्रिटेन को इसके परिणामों को भुगतने की चेतावनी दी है। सोमवार को ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमिनिक रॉब ने ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और अमेरिका के कदमों का अनुसरण करने की घोषणा की और बीजिंग के राष्ट्रीय सुरक्षा कानूनों के एकतरफा कार्यान्वयन के जवाब में हांगकांग के साथ अपने प्रत्यर्पण समझौते को औपचारिक रूप से निलंबित कर दिया। यह फैसला अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ की लंदन की यात्रा की पूर्व संध्या पर आया जो चीन, 5जी और ब्रेक्सिट मुक्त व्यापार समझौते पर प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के साथ चर्चा करने के लिए पहुंचे। सोमवार रात को पोम्पिओ पहुंचे और मीडिया से कोई बातचीच नहीं की। 1989 में तियानमेन चौक नरसंहार के बाद चीन पर लागू हथियार प्रतिबंध को भी ब्रिटेन ने हांगकांग में लागू कर दिया और पिछले हफ्ते ब्रिटेन के 5जी नेटवर्क में भविष्य की किसी भी भूमिका से चीनी कंपनी हुआवे को बाहर कर दिया। लंदन में चीन के राजदूत लिउ शियामिंग ने आरोप लगाया कि ब्रिटेन ने चीन के आंतरिक मामलों में दखल दिया है और अंतरराष्ट्रीय कानून और अंतरराष्ट्रीय संबंधों को नियंत्रित करने वाले बुनियादी मानदंडों का उल्लंघन किया है। चीन ने ब्रिटेन के आंतरिक मामलों में कभी हस्तक्षेप नहीं किया है। ब्रिटेन को चीन के साथ भी ऐसा ही करना चाहिए। अन्यथा इसके परिणाम भुगतने होंगे। <blockquote class="twitter-tweet"> <p dir="ltr" lang="en">The UK blatantly interfered in China’s internal affairs and contravened international law and the basic norms governing international relations. China has never interfered in UK’s internal affairs. The UK should do the same to China. Otherwise it must bear the consequences. <a href="https://t.co/3W8D6Zvjy0">https://t.co/3W8D6Zvjy0</a></p> — Liu Xiaoming (@AmbLiuXiaoMing) <a href="https://twitter.com/AmbLiuXiaoMing/status/1285347683197169668?ref_src=twsrc%5Etfw">July 20, 2020</a></blockquote> <script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script> दूतावास के एक प्रवक्ता ने कहा कि ब्रिटेन ने हांगकांग के राष्ट्रीय सुरक्षा कानूनों पर बार-बार गलत टिप्पणी की। चीनी सरकार हांगकांग में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून को लागू करने के लिए और राष्ट्रीय संप्रभुता, सुरक्षा और विकास के हितों की रक्षा के लिए और बाहरी हस्तक्षेप का विरोध करने के अपने संकल्प में अटूट बनी हुई है। चीन अपने आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने वाले किसी भी कदम पर मजबूती से लड़ेगा। चीनी सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स के प्रधान संपादक हू ज़िजिन ने कहा कि चीन ब्रिटेन के प्रतिबंधों का "निश्चित रूप से" मुकाबला करेगा लेकिन वे महत्वहीन क्षेत्रों में हैं और चीन-ब्रिटिश संबंध सुधार की गुंजाइश से परे नहीं हैं। अखबार ने कहा कि ब्रिटेन को अमेरिका द्वारा नियंत्रित किया जा रहा है और वाशिंगटन पर उसकी निर्भरता अधिक बढ़ गई है। अखबार ने ब्रिटेन को चेतावनी देने के लिए अनाम पर्यवेक्षकों का हवाला देकर लिखा कि चीन के खिलाफ अपनी आगे की चालों के लिए ब्रिटेन कीमत चुकाएगा और दावा किया कि लंदन स्थित बैंक एचएसबीसी पहला निशाना हो सकता है। ब्रिटेन ने पहले ही बीजिंग के प्रतिशोध से खतरे को देखकर हांगकांग छोड़ने के इच्छुक लोगों को सहायता और पुनर्वास प्रदान करने की घोषणाएं की हैं। ब्रिटेन, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया सहित कई देशों द्वारा राजनयिक उपायों और कठोर प्रतिबंधों के बावजूद चीन हांगकांग में नया राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू करने, दक्षिण चीन सागर में तेजी से आक्रामक नीतियों या उइगर अल्पसंख्यक समूहों के दमन के प्रयासों को छोड़ने के लिये तैयार नहीं हो रहा है।.