चीन (China) की पैंतरेबाजी और उसके हड़पने की भूख के चलते सीमा साझा करने वाले सभी देश तन आ गए हैं। ऐसे में अब हिंद महासागर में भी China अपनी पैंतरेबाजी से बाज नहीं आ रहा। अब हाल ही में चीन के एक जासूसी जहाज Yuan Wang 6 ने Indian Ocean में हलचल बढ़ा दी है। चीन ने अपना एक रिसर्च पोत हिंद महासागर क्षेत्र में जासूसी के लिए भेजा है। वहीं अब बंगाल की खाड़ी में भारत द्वारा लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल के परीक्षण से पहले चीन बेचैनी साफ दिखने लगी है। दरअसल, चीन का का जासूसी जहाज युआन वांग 5 (yuan wang 5) हिंद महासागर क्षेत्र में दाखिल हो चुका है। यह जहाज विभिन्न निगरानी और खुफिया उपकरणों से लैस है। सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि बैलिस्टिक मिसाइल और सेटेलाइट निगरानी में सक्षम चीनी जहाज की आवाजाही पर भारतीय नौसेना नजर रखे हुए है।
नौसेना कर रही निगरानी
भारतीय नौसेना ने बताया कि सैटेलाइट और टोही विमानों से चीनी जहाज पर नजर रखी जा रही है। भारतीय नौसेना ने कहा था, चीनी घुसपैठ नई बात नहीं है। लेकिन, नौसेना अपने रणनीतिक हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। समुद्री रास्तों की जानकारी रखने वाले पोर्टल मरीन ट्रैफिक के मुताबिक, युआन वांग-5 इंडोनेशिया की सुंडा खाड़ी से हिंद महासागर में घुसा है। यह अग्नि-3 मिसाइल की उड़ान के रास्ते के बेहद करीब मौजूद है।
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बैलिस्टिक मिसाइल पर नजर रख सकता है ये जहाज
दरअसल, ड्रैगन की चालबाजी का कारण भारत आगामी दिनों में मिसाइल टेस्ट करना है। कुछ महीने पहले चीन ने इसी तरह का एक जासूसी जहाज श्रीलंका के हंबनटोटा बंदरगाह पर डॉक किया था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, चीनी नौसेना द्वारा समुद्र में तैनात किए जा रहे जासूसी जहाज एक ही कैटेगरी के हैं। ये जहाज युआन वांग 5 बैलिस्टिक मिसाइल और उपग्रह पर नजर रख सकते हैं।
चीनी जहाज युआन वांग 5 हिंद महासागर पहुंचा
4 नवंबर को मरीन ट्रैफिक (MarineTraffic) ने बताया था कि चीनी जासूसी जहाज युआन वांग 5 हिंद महासागर में प्रवेश कर चुका है और फिलहाल बाली के तट पर मौजूद है। मरीन ट्रैफिक एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है, जो जहाजों की आवाजाही को ट्रैक करता है। युआन वांग 5 बैलिस्टिक मिसाइल और उपग्रह पर नजर रखने में सक्षम माना जाता है।