पाकिस्तान में देर रात बहुत बड़ी हलचल है। पाकिस्तान में इमरान सरकार के खिलाफ खुली बगावत के दिखाई दे रही है। लाखों लोगों की भीड़ ने इस्लामाबाद की ओर कूच कर दिया है। यह भीड़ क्वेटा के माछ शहर में हजारा समुदाय के कत्ल किए गए 11 खनन मजदूरों के परिवारों को न्याय दिलाने के लिए इस्लामाबाद की ओर निकल पड़ी है। पाकिस्तान की जानी मानी पत्रकार असमा शिराजी ने देर रात का एक वीडियो भी अपने ट्वीटर अकाउंट पर शेयर किया है।
#DChowk #Islamabad right now #Hazara #HazaraLivesMatter pic.twitter.com/7tnz69ST0Y
— Asma Shirazi (@asmashirazi) January 8, 2021
हजारा समुदाय के 11 खनन मजूदूरों की बीती तीन जनवरी को लश्कर-ए-झांग्वी ने बड़ी बेरहमी से मार गिराया था। लश्कर-ए-झांग्वी पाकिस्तान के शिया समुदाय को पिछले 15 सालों से लगातार निशाना बना रहा है। इस दौरान लगभग 35 से 40 हजार शिया मुसलमानों की हत्या की जा चुकी है। शिया हजारा मजदूरों की हत्या का मामला इस बार इंटरनेशनल सुर्खियां बना हुआ है। हजारा समुदाय के लोगों ने कहा था कि जब तक प्रधानमंत्री इमरान खान माछ नहीं आएंगे तब तक इन मजदूरों को दफ्न नहीं किया जाएगा।
सरकार की ओर इंटीरियर मिनिस्टर शेख रशीद के अलावा विपक्षी दलों के नेता बिलावल भुट्टो, मरियम नवाज समते कई लोग पहुंच चुके हैं। सभी ने मजदूरों के शवों को दफ्नाने का आग्रह किया लेकिन हजारा समुदाय ने इंकार कर दिया। सबकी एक ही मांग थी कि इमरान खान के आने के बाद ही शवों को दफ्नाया जाएगा। सरकार की ओर से पहले कहा गया कि प्रधान मंत्री इमरान खान को सिक्योरिटी थ्रेट्स हैं। एजेंसियों ने क्लीयरेंस नहीं दिया है। इसलिए इमरान खान क्वैटा नहीं पहुंच सके हैं। लेकिन शुक्रवार को इमरान खान की ओर से बयान आया कि हजारा ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रहे हैं। इसलिए वो क्वैटा नहीं जाएंगे।
इमरान खान की ओर से इस तरह का बयान आने के बाद पाकिस्तान के शिया समुदाय का आक्रोश बढ़ गया और उन्होंने देर शाम इस्लामाबाद की ओर कूच शुरू कर दिया। ध्यान रहे, हजारा समुदाय के मजदूरों हत्या और पाकिस्तान सरकार की उपेक्षा से नाराज शिया समुदाय ने देश में धरना प्रदर्शन शुरु कर दिए। रास्ते रोक दिए और शहरों को बंद कर दिया। कराची में इसी बंद-विरोध प्रदर्शन की वजह से कई फ्लाइट्स और ट्रेन रद करनी पड़ीं।
बहरहाल, ऐसी भी खबरें मिल रही हैं कि आक्रोशित भीड़ के इस्लामाबाद कूच की खबरें मिलने के बाद आनन-फानन में रात में अपने खास सिपह सालार जुल्फी बुखारी, अली जैदी, नेशनल एसेंबली के डिप्टी स्पीकर कासिम सूरी और बलोचिस्तान के सीएम जाम कमाल खान को क्वैटा भेजा।ऐसा बताया जाता है कि पाकिस्तान सरकार इस प्रदर्शन से इतना खौफजदा हो गई कि सुबह तीन बजे से पहले ही सभी मृतक हजारा मजदूरों को दफ्न करवा दिया।.