दुनिया सुधर सकती है लेकिन पाकिस्तान नहीं सुधरेगा। कुत्ते की दुम की तरह जब भी नली से निकलेगा तो टेढ़ा ही निकलेगा। अटल बिहारी बाजपेई सद्भावना बस लेकर पाकिस्तान गए तो करगिल कर दिया। मोदी जी नवाज शरीफ को जन्मदिन की बधाई देने गए तो उरी हो गया। अब पाकिस्तानियों को कोरोना से मरता देख मानवीय आधार पर भारत सरकार ने कोरोना वेक्सीन देने का फैसला किया तो पाकिस्तान गिलगिट बालटिस्तान को पांचवा प्रांत बनाने की साजिश को अंजाम देने जा रहा है।
गिलगिट-बाल्टिस्तान की विधानसभा ने सर्वसम्मति से एक संयुक्त प्रस्ताव मंजूर करते हुए पाकिस्तान की इमरान खान सरकार से क्षेत्र को प्रांत का दर्जा देने और संसद तथा अन्य संवैधानिक निकायों में प्रतिनिधित्व देने को कहा है। गिलगित-बाल्टिस्तान के मुख्यमंत्री खालिद खुर्शीद खान ने विधानसभा में प्रस्ताव रखा। खुर्शीद खान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी का प्रतिनिधित्व करते हैं।
गिलगिट बालटिस्तान पर अभी तक पाकिस्तान का अवैध कब्जा है। उसे पांचवा प्रांत बनाकर इमरान खान अवैध कब्जे को पुख्ता करना चाहते हैं। गिलगिट में विपक्ष के नेता पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अमजद हुसैन, पाकिस्तान मुस्लीम लीग नवाज (पीएमएल-एन) के प्रतिनिधि गुलाम मोहम्मद, मजलिस वहदातुल मुसलमीन (एमडब्ल्यूएम) के सदस्य मोहम्मद काजिम और जमीयत उलेमा-ए-इंसाफ (जेयूआई-एफ) के नेता रहमत खलीफ ने भी प्रस्ताव का समर्थन किया।
भारत ने पाकिस्तान के तथाकथित गिलगित-बालतिस्तान को प्रांत का दर्जा दिए जाने के प्रयास की आलोचना करते हुए कहा था कि पड़ोसी देश की मंशा अवैध तौर पर कब्जाए गए क्षेत्र को अपना हिस्सा बनाने की है। गिलगित-बाल्टिस्तान के नेताओं ने मंगलवार को कहा कि पाकिस्तान सरकार को क्षेत्र को प्रांत का दर्जा देना चाहिए और संसद तथा अन्य संवैधानिक निकायों में उसे प्रतिनिधित्व देना चाहिए।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने गिलगित-बाल्टिस्तान का दर्जा बदलने को लेकर सिफारिशें करने के लिए 12 सदस्यीय कमेटी गठित की थी। पिछले साल एक नवंबर को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा था कि अवैध तौर पर कब्जा किए गए भारतीय क्षेत्र में किसी भी तरह के बदलाव के पाकिस्तान के प्रयास को भारत कड़ाई से खारिज करता है। पाकिस्तान को गिलगिट बालटिस्तान सहित सभी वो इलाके जो 1947 में अवैध रूप से कब्जा रखे हैं उन्हें खाली करे।