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Wuhan Lab Leak: बेनकाब होगा ड्रैगन! चीन के ही टॉप अधिकारी ने अमेरिका को सौंपी वुहान लैब की सीक्रेट जानकारी

चीन के टॉप अधिकारी ने अमेरिका को सौंपी वुहान लैब की सीक्रेट जानकारी

कोरोना वायरस की उत्पत्ति को लेकर अब तक जितनी भी रिपोर्टें सामने आई हैं, सब में यही कहा गया है कि इसकी शुरूआत चीन से हुई। चीन ने इस वुहान लैब में विकसित किया है। वहीं, अब एक खबर आ रही है कि एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि चीन का एक बड़ा अधिकारी अमेरिका के लिए काम कर रहा है। इस अधिकारी ने वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी से जुड़ी खुफिया जानकारी भी अमेरिका को सैंपी है। इसके साथ ही रिपोर्ट में कहा गया है कि चीनी उप-राज्य सुरक्षा मंत्री डोंग जिंगवेई कथित तौर पर अमेरिका चले गए हैं और वहां वुहान लैब से जुड़ी खुफिया जानकारी दे दी है।

चीन के मंत्री ने वुहान लैब के बारे में अमेरिकी अधिकारियों को दी जानकारी

खबर है कि, डोंग जिंगवेई अपनी बेटी डोंग यांग के साथ 10 फरवरी को भागकर अमेरिका आ गए थे। स्पाई टॉक की रिपोर्ट के हवाले से डेली मेल ने बताया है, डोंग अप्रैल 2018 में उप मंत्री के पद पर नियुक्त हुए थे। वह काउंटर-इंटेलिजेंस के प्रमुख रह चुके हैं। चीन में उन्हें गुओनबु के नाम से जाना जाता है। दावा किया जा रहा है कि उन्होंने वुहान लैब के बारे में अमेरिकी अधिकारियों को जानकारी दी है। अगर यह रिपोर्ट निकली तो चीन की मुश्किलें बढ़ सकती हैं, वहीं, ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी अधिकारी ने इतना साहस दिखाया है। कोरोना के खिलाफ अबतक चीन में जिस किसी ने भी आवाज उठाई है वो या तो गायब कर दिया गया है या फिर चीन की जेल में कैद है।

इस वक्त सोशल मीडिया पर कई तस्वीरें वायरल हो रही हैं, जिसमें से एक तस्वीर को चीनी विदेश मंत्रालय के पूर्व अधिकारी डॉक्टर हान लियानचाओ ने पोस्ट की है। उन्होंने कहा है कि बीजिंग ने मार्च में कुछ अधिकारियों को अमेरिकी विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन से मिलने के लिए भेजा था। ताकि डोंग को चीन के हवाले किया जा सके। हान का दावा है कि डोंग को आखिरी बार लोगों के बीच सितंबर 2020 में देखा गया था। हालांकि उनके दावों में कितनी सच्चाई है, इसपर फिलहाल कुछ कहा नहीं जा सकता।

जो बाइडेन दे चुके हैं जांच के आदेश

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन खुफिया एजेंसियों को आदेश दे चुके हैं कि कोरोना वायरस की उत्पत्ति की जांच करें और 90 दिन के भीतर इसकी रिपोर्ट सौंपे। अब जांच में ये पता लगाने की कोशिश होगी कि वायरस जानवरों से इंसानों में फैला है या फिर किसी लैब में बनाया गया है।