दुनिया भर में फैल रहे कोरोना के मद्देनजर इस बार सऊदी अरब ने ऐतिहासिक कदम उठाया है। सऊदी शाह सलमान बिन अब्दुल अजीज ने हुक्म दिया है कि रमजान के दिनों में पढ़ी जाने वाली तराबीह की नमाज 10 रकात तक ही पढ़ी जाएगी।
सऊदी शाह ने कहा है कि रमजान में इस्लाम के कानूनों की तरह कोरोना प्रोटोकॉल का भी सख्ती से पालन किया जाएगा। इसके अलावा इन दोनों मस्जिदों में उन्हीं लोगों प्रवेश की अनुमति होगी जिन्होने कोरोना का टीका लगवा लिया होगा और कोरोना से पूरी तरह सुरक्षित होंगे।
सऊदी शाह के फरमान पर इंडिया के मुसलमानों ने कहा है कि कोविड के नियमों का पालन किया जाना चाहिए और तारवीह की नमाज 8 रकात तक पढी जानी चाहिए। भारत में हमेशा 8 रकात ही पढने की रवायत है।
मौलाना शोएब कासमी की रोजेदारों से अपील: खान-ए-काबा की तरह रोजेदार तरावीह को रकात तक ही पढ़ें, रमजान के दिनों में में कोविड गाइड लाइन को फॉलो करें।@officialmanuu @WahiduddinKhan @myogiadityanath #Ramadan2021 #ramadanmubarak pic.twitter.com/pPbfLYJoJr
— इंडिया नैरेटिव (@NarrativeHindi) April 12, 2021
सऊदी शाह के फरमान को सुनाते हुए मक्का और मदीना के सरवराकार शेख अब्दुल रहमान अल सऊदी ने कहा है कि तरावीह की नमाज पूरी 20 रकात की जगह अब केवल 10 रकात तकही पढी जाएगी। शेख अब्दुल रहमान ने कहा है कि सऊदी शाह ने कहा है कि मक्का और मदीना की मस्जिदों को कोरोना की वजह से बंद न करना पड़े इसलिए ये कदम उठाने जरूरी हैं। मस्जिदों में सभी परंपराएं होंगी लेकिन कोरोना गाइड लाइंस की नाफरमानी भी नहीं होगी।
ध्यान रहे, सऊदी शाह के अलावा क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान भी कोरोना को लेकर काफी सावधान और सतर्क हैं। कोरोना गाइड लाइंस के बारे में लगातार जानकारियां हासिल कर रहे हैं। सऊदी शासन के दोनों शीर्ष अधिकारी मक्का-मदीना आने वाले जायरीनों को सुख-सुविधाओं पर नजदीकी से निगाह रख रहे हैं। सऊदी शासन ने कहा है कि रमजान के दिनों में मक्का-मदीना आने वाले श्रद्धालुओं को किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए।