'रामदेव का देसी नुस्खा सात समुद्र पार अमेरिका में चल निकला है। हजारों अमेरिकन, कोरोना स्ट्रेस से मुक्ति पाने के लिए गाय के एनर्जी ले रहे हैं। गायों को गले लगा रहे हैं। गायों के साथ खेल रहे हैं। गायों के बीच अपना समय बिता रहे हैं। इसको अमेरिका में Cow Cuddling नाम दिया गया है।'
कोरोना वायरस की दूसरी लहर के चलते दुनियाभर में लोगों की जान जा रही है। वायरस से बचे रहने के लिए लोग लॉकडाउन में घरों में कैद से हो गए है। आसपास और टीवी-सोशल मीडिया पर निगेटिव खबरे सुनकर लोगों का मन बेचैन हो जाता है, ऐसे में लोगों को डिप्रेशन और एंग्जायटी का सामना करना पड़ता है। लोग अपने-अपने तरीकों से इससे पार पाने की कोशिश कर रहे है, लेकिन अमेरिका और यूरोप में इसके लिए अनोखी तरकीब निकाली गई है। लोग मानसिक शांति के लिए काउ कडलिंग यानी गाय को गले लगा रहे है। खास बात ये है कि इसके लिए वो हजारों रुपए खर्च कर रहे है।
दरअलस, अमेरिका में नया ट्रेंड चल रहा है। जिसमें लोग गाय को गले लगा रहे है। लोगों का मानना है कि गाय को गले लगाने से न केवल तनाव से राहत मिलती है बल्कि मानसिक स्वास्थ्य भी बना रहता है। इसे 'काउ कडलिंग' का नाम दिया गया है जिसमें गाय से गले लगाया जाता है। उसे प्यार से सहलाया जाता है। ऐसा कर स्ट्रेस और एंग्जायटी को कम करने की कोशिश की जाती है। इसे थेरेपी के तौर पर नीदरलैंड्स में शुरू किया गया। कोरोना वायरस की महामारी के बीच बढ़ते स्ट्रेस को लेकर अमेरिका में इस थैरेपी को शुरु किया गया।
Did you know that cow cuddling is a growing wellness trend? CNBC's @janewells has more. pic.twitter.com/WcynuhXMNw
— The News with Shepard Smith (@thenewsoncnbc) May 20, 2021
गाय को गले लगाने के लिए लोग एक घंटे के लिए 200 डॉलर तक खर्च कर रहे है। अगर भारतीय करेंसी के तौर पर ये राशि तकरीबन 22 हजार रुपए है। 22 हजार रुपए खर्च कर लोग गाय को गले लगा स्ट्रेस कम कर रहे है। इन रुपयो से गायों की देखभाल की व्यवस्था की जाती है। एक्सपर्ट्स की मानें तो जानवरों के गले लगने से ऑग्जिटोसिन हॉर्मोन निकलता है जिससे आराम और शांति जैसा महसूस होता है। जानवरों में भी इसका असर देखा गया है। 2007 में अप्लाइड ऐनमिल बिहेवियर साइंस जर्नल में एक स्टडी में कहा गया था कि गायों को गले के ऊपर और पीठ पर हाथ फेरने से उन्हें भी शांति मिलती है और उनके कान पीछे की ओर हो जाते हैं।