Hindi News

indianarrative

आरएसएस चीफ ने मुसलमानों पर दिया ऐसा बयान कि हिल गया पाकिस्तान, देखें क्या बोले सर-संघ चालक मोहन भागवत!

भारत में रहने वालों का DNA एक, हिंंदू-मुसलमान नहीं सब भारतीय

राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने एक बार फिर कहा है कि भारत में रहने वाला हर शख्स भारतीय है। यहां कोई हिंदू या मुसलमान नहीं है। यहां सबयान भारतीय हैं। यहां रहने वाले नागरिकों का डीएनए एक है। हिंदू मुस्लिम एकता एक भ्रामक शब्द है। यहां कोई अलग नहीं है। सब एक हैं। पूजा पद्यति के तौर-तरीकों से लोगों में भेद नहीं किया जा सकता है। एकता का आधार राष्ट्रवाद और पूर्वजों की महिमा ही हो सकती है। आरएसएस चीफ के इस बयान से सबसे ज्यादा मिर्ची पाकिस्तान को लगी है। पाकिस्तानी मुल्ला-मौलवी, सियासी नेता और मीडिया आरएसएसचीफ के बयान पर हो हल्ला करने लगे हैं। आरएसएस चीफ के बयान का मनोवैज्ञानिक असर पाकिस्तान में हिंदू से मुसलमान बने लोगों पर भी हो सकता है। 

ध्यान रहे, एक दिन पहले ही बीजेपी के फायरब्रांड नेता और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने असदउद्दीन ओवैसी को ‘देश का बड़ा नेता’सम्बोधित किया था। उसके ठीक तुरंत बाद आरएसएस प्रमुख का मुसलमान और राष्ट्रवाद पर दिया बयान महत्वपूर्ण माना जा रहा है। कुछ लोगों का कहना कि आरएसएस ने भारतीय मुसलमानों का दिल जीतने के लिए अपनी विचारधारा में व्यापक परिवर्तन किए हैं। आरएसएस चीफ ने तो यहां तक कह दिया कि लिंचिंग के आरोपियों को हिंदुत्व विरोधी बता दिया।

आरएसएस चीफ ने राजनीति को एकता खत्म करने का हथियार बताते हुए कहा कि भारत में रहने वाले सभी लोगों का डीएनए एक है, भले ही वे किसी भी धर्म के हों। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में भागवत ने कहा कि हिंदू-मुस्लिम एकता भ्रामक है क्योंकि वे अलग-अलग नहीं, बल्कि एक हैं। पूजा करने के तरीके के आधार पर लोगों में भेद नहीं किया जा सकता।

मोहन भागवत ने कहा, ''ऐसे कुछ काम हैं, जो राजनीति नहीं कर सकती है। राजनीति लोगों को एक नहीं कर सकती है, राजनीति लोगों को एक करने का उपकरण नहीं बन सकती है, लेकिन एकता खत्म करने का हथियार बन सकती है।'' उन्होंने कहा कि देश में एकता के बिना विकास संभव नहीं। एकता का आधार राष्ट्रवाद और पूर्वजों की महिमा होनी चाहिए।

आरएसएस प्रमुख ने कहा कि हम लोकतांत्रिक देश में रहते हैं। यहां हिंदू या मुसलमानों का प्रभुत्व नहीं हो सकता। केवल भारतीयों का प्रभुत्व हो सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि भीड़ द्वारा पीट-पीटकर की जाने वाली हत्या (लिंचिंग) में शामिल होने वाले लोग हिंदुत्व के खिलाफ हैं।