अमेरिका में एक बार फिर बड़ी उलटफेर हुई है। इस बार ट्रंप नहीं बल्कि राष्ट्रपति जो बाइडेन की पार्टी डेमोक्रेट्स को भारी झटका लगा है। डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के खिलाफ महाभियोग (Impeachment) चलाने वाली अमेरिकी सीनेट में डेमोक्रेट्स को भारी निराशा और हार का सामना करना पड़ा है। ट्रंप 6 जनवरी को कैपिटल हिल में हिंसा भड़काने के आरोपों से बरी (Acquitted) हो गए । अमेरिकी इतिहास में महाभियोग के खिलाफ डोनाल्ड ट्रंप की ऐतहासिक जीत मानी जा रही है। इसी के साथ यह भी माना जा रहा है कि ट्रंप एक बार फिर चार साल बाद अमेरिका के राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन्स की ओर से जोर आजमाइश करेंगे।
अमेरिकी सीनेट में महाभियोग के प्रस्ताव पर चर्चा के बाद ट्रंप को 6जनवरी 2021के दिन वॉशिंगटन के कैपिटल हिल में हुई हिंसा के मामले में बरी कर दिया गया है। इससे पहले पांचवे रोज की सुनवाई के बाद वोटिंग कराई गई।
वोटिंग की इस प्रक्रिया के दौरान ट्रंप के पक्ष में 43वोट पड़े, वहीं उनके खिलाफ 57सीनेटर्स ने वोटिंग की। इस तरह ट्रंप को दोषी बनाने के लिए जरूरी दो तिहाई वोट नहीं मिल सके। इसके बाद ट्रंप कैपिटल हिल्स में हुई हिंसा के मामेल में बरी हो गए।
दूसरी बार महाभियोग का सामना कर रहे अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के वकीलों ने सीनेट में साक्ष्य प्रस्तुत करते हुए कहा है कि उन पर हिंसा भड़काने का जो आरोप लगाया गया है, वह एक ‘बहुत बड़ा झूठ’ है। ट्रंप के वकील माइकल वैन डेर वीन ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ डेमोक्रेट सांसदों की ओर से शुरू की गई महाभियोग की कार्यवाही राजनीति से प्रेरित है।
ट्रंप पर आरोप लगे थे कि उन्होंने 6जनवरी को अमेरिकी संसद भवन (कैपिटल) में दंगे करवाए थे, जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई थी। हालांकि उन्होंने इस आरोप से इनकार किया। इस दौरान अधिकांश रिपब्लिकन सांसदों ने संकेत दिया है कि वे ट्रंप को दोषी ठहराने के लिए मतदान नहीं करेंगे। बचाव पक्ष ने महाभियोग सुनवाई के त्वरित समापन के लिए चार घंटे से भी कम का समय लिया।
इसके बाद दोनों पक्षों के प्रश्न पूछने के लिए सीनेटरों को चार घंटे का समय दिया गया। इससे पहले सीनेटरों ने संसद में दो दिनों तक बैठक की जिसमें वीडियो और ऑडियो फुटेज खंगाली गई। डेमोक्रेटिक अभियोजकों ने यह दिखाने की कोशिश की कि ट्रंप का रवैया हिंसा भड़काने का रहता है। उन्होंने दंगा रोकने के लिए कुछ भी नहीं किया और न ही उन्होंने कोई खेद व्यक्त किया, और न ही उन्होंने कोई खेद व्यक्त किया। सीनेट में ट्रंप की ऐतिहासिक जीत ने साबित कर दिया है कि उनके खिलाफ लाया गया महाभियोग राजनीति से प्रेरित था।