Trump Election: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने इस संकेत के साथ राजनीतिक क्षेत्र में वापसी की है कि वह 2024 में राष्ट्रपति का चुनाव लड़ सकते हैं (Trump 2024 Presidential Election)। साथ ही उन्होंने डेमोक्रेट्स सांसदों एवं रिपब्लिकन पार्टी के उन सदस्यों पर प्रहार किया जो उनके प्रति वफादार नहीं हैं।
पद छोड़ने के बाद पहली बार रविवार को सार्वजनिक रूप से बोलते हुए ट्रंप ने कहा कि 3नवंबर, 2020 के चुनाव में हार नहीं मानता हूं, बल्कि मैं उन्हें तीसरी बार भी हराने का फैसला कर सकता हूं।
उन्होंने इन अटकलों पर विराम लगाया कि वह कोई तीसरी पार्टी बना सकते हैं। उन्होंने इसे फर्जी खबर बताया और कहा कि यह रिपब्लिकन वोट को विभाजित करने की कोशिश है, ताकि "आप कभी जीत न सकें"।
उन्होंने कहा कि हमारे पास रिपब्लिकन पार्टी है। यह एकजुट हो रही है और पहले से कहीं ज्यादा मजबूत हो रही है। उन्होंने अपनी पार्टी के उन "दुश्मन सदस्यों" की सूची की घोषणा की जिन्होंने उन पर महाभियोग चलाने या उन्हें दोषी ठहराने के लिए मतदान किया था।
उन्होंने कंजरवेटिव पॉलिटिकल एक्शन कमेटी (CPAC) के वार्षिक सम्मेलन में अपनी राजनीतिक मंशा जताने की कोशिश की। एक अनौपचारिक सर्वेक्षण से पता चला कि 68प्रतिशत प्रतिभागी यह चाहते हैं कि वह फिर से राष्ट्रपति का चुनाव लड़ें, जबकि 95प्रतिशत प्रतिभागियों ने उनकी नीतियों का समर्थन किया।
इस सम्मेलन में शामिल हुए सदस्यों की भीड़ से पार्टी में ट्रंप के जनाधार का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है, हालांकि इनमें अधिकांश सदस्यों ने न तो मास्क पहना हुआ था और न ही वे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे थे। वे बार-बार यही दोहरा रहे थे – "वी लव यू"।
जहां तक पार्टी के व्यापक आधार पर ट्रंप की पकड़ की बात है तो यह पार्टी के लिए दुविधाजनक स्थिति है क्योंकि वह एक विभाजनकारी शख्सियत हैं जिन्होंने उनके खिलाफ वोट देने के लिए कई मतदाताओं को परेशान किया। फिर भी वास्तविकता तो यही है कि पार्टी उनके समर्थकों के बिना नहीं जीत सकती।
ट्रंप ने कहा कि एकमात्र विभाजन वाशिंगटन डीसी में सत्ता के शीर्ष राजनेताओं और देश के अन्य नेताओं के बीच है। उन्होंने मिट रोमनी और लिज चेनी जैसे रिपब्लिकन सीनेटरों का नाम लिया, जिन्होंने उनकी आलोचना की थी और महाभियोग के दौरान उनके खिलाफ मतदान भी किया था। ये वही सीनेटर हैं जिन्होंने यहां तक कहा कहा था – "उनसे (ट्रंप से) छुटकारा पाएं।"
ट्रंप ने सुप्रीम कोर्ट की आलोचना की, जिसने उनके उत्तराधिकारी जो बाइडेन के चुनाव के खिलाफ उनके मामले को खारिज कर दिया था। हालांकि अदालत के पास उनके तीन नामांकितों द्वारा संरक्षित बहुमत है, फिर भी उनमें से कोई भी उनके बचाव में नहीं आया।
ट्रंप ने कहा कि उन्होंने हमारे देश के लिए जो किया है, उसके लिए उन्हें खुद पर शर्म आनी चाहिए। उनके पास सही निर्णय लेने की हिम्मत या साहस नहीं था।
उन्होंने कहा कि हमारी चुनावी प्रक्रिया तीसरी दुनिया के देश के कई मामलों की तुलना में खराब है। उन्होंने पार्टी से चुनाव सुधारों के लिए काम करने का आह्वान किया।
बाइडेन को अभी पदभार ग्रहण किए मात्र 39 दिन ही हुए हैं। ट्रंप ने बाइडेन पर प्रहार करते हुए कहा कि कहा कि केवल एक ही महीने में हम 'अमेरिका फर्स्ट' से 'अमेरिका लास्ट' की ओर चले गए हैं।