एफएटीएफ में पाकिस्तान के भविष्य पर फैसले से ठीक ऐन पहले भारत ने एक और करारी चोट मारी है। भारत ने अधिकारिक बयान जारी कर दुनिया को बताया है कि पाकिस्तान की इमरान सरकार आतंकियों के गिरोहों को सुरक्षित पनाह दे रही है। संयुक्त राष्ट्र ने जिन लोगों को आतंकी सरगना घोषित कर रखा है वो पाकिस्तान सरकार की सुरक्षा में रह रहे हैं। भारत ने आतंकी सरगना मसूद अजहर और जकीउर्रहमान लखवी का खास तौर पर जिक्र किया है.
विदेश मंत्रालय (एमईए) के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि पाकिस्तान ने, आतंक के वित्त पोषण को रोकने के लिए ‘फाइनेंसियल एक्शन टास्क फोर्स’ (एफएटीएफ) द्वारा निर्देशित 27 कार्रवाई बिंदुओं में से 21 पर ही काम किया है।
<img class="wp-image-15557 size-full" src="https://hindi.indianarrative.com/wp-content/uploads/2020/10/fatf-pakistan-blacklist-pakistan-shelters-u-n-designated-terrorists.jpg" alt="pakistan shelters u n designated terrorists" width="1280" height="850" /> FATF Blacklist Pakistan, Pakistan Shelters U N Designated Terroristsएफएटीएफ की तीन दिवसीय आनलाइन बैठक बुधवार को शुरू हुई थी जिसमें वह पाकिस्तान द्वारा आतंकी समूहों के विरुद्ध की गई कार्रवाई की समीक्षा हो री है। एफएटीएफ द्वारा पाकिस्तान को काली सूची में डाले जाने की संभावना पर सवाल किये जाने पर श्रीवास्तव ने कहा कि ऐसी कार्रवाई के लिए एफएटीएफ की अपनी प्रक्रिया और नियम हैं।
श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘पाकिस्तान ने एफएटीएफ द्वारा सुझाई गई कार्ययोजना के कुल 27 बिंदुओं में से अभी तक केवल 21 पर ही काम किया है। छह महत्वपूर्ण बिंदुओं पर कार्य किया जाना अभी बाकी है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सभी जानते हैं कि पाकिस्तान द्वारा आतंकी संगठनों को सुरक्षित माहौल मुहैया कराया जाना जारी है। पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा आतंकवादी घोषित किये गए मसूद अजहर, दाऊद इब्राहिम, जकीउर रहमान लखवी इत्यादि के विरुद्ध भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है।’’.