एफएटीएफ की ब्लैक लिस्ट की जद में आए पाकिस्तान को बचाने के लिए इमरान खान ने नया नाटक खेला है। आतंकियों के मास्टर माइंड जकीउर्रहमान लखवी की गिरफ्तारी का एक बार फिर ड्रामा किया गया है। जकीउर्रहमान लखवी, यह वही आतंकी है जो जेल में रहने के बावजूद एक बच्चे का बाप बन चुका है। इस बार उसे कथित तौर पर आतंकी गतिविधियों के लिये धन मुहैया कराने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इसी जकीउर्रहमान लखवी के घर के खर्चों के लिए पाकिस्तान सरकार संयुक्त राष्ट्र के सामने गिड़गिड़ाई थी। और मानवीय दृष्टिकोण अपनाने डेढ़ लाख रुपया देने की अनुमति हासिल की थी।
यहां ध्यान देने वाली बात यह भी है कि फरवरी में एफएटीएफ की बैठक होने जा रही है। इसी बैठक में पाकिस्तान को ब्लैकलिस्ट किए जाने का फैसला होना है। लखवी को जेल भेजने का नाटक करके इमरान खान एफएटीएफ की आंखों में धूल झोंकना चाहते हैं।
इमरान खान को चीन की सराकर मदद कर रही है। चीन के स्पेशलिस्ट पाकिस्तान सरकार को मशविरा देते हैं कि कब क्या करना है। चीन के डिप्लोमेट पाकिस्तान के लिए लॉबीइंग भी कर रहे हैं कि किसी तरह से पाकिस्तान ग्रे लिस्ट से बाहर आ जाए तो सीपेक के लिए दिया उधार का पैसा वसूल सकें। लखवी की गिरफ्तारी भी उसी का एक हिस्सा है। चीन-पाकिस्तान के छद्म प्रयास और लखवी की गिरफ्तारी की सच्चाई से एफएटीएफ पूरी तरह से वाकिफ है।
इस बीच भारतीय अधिकारियों ने भी पाकिस्तान के इस नाटक पर सवाल उठाया है। भारत ने कहा है कि पाकिस्तान के लिए यह सामान्य बात हो गई है कि वह एफएटीएफ की बैठक से ठीक पहले एक आतंकवादी को अरेस्ट कर लेता है। इससे पहले जुलाई 2019 में भी पाकिस्तान ने एफएटीएफ की बैठक से ठीक पहले लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद को अरेस्ट करने का नाटक किया था। हालांकि कागजों में उसे गिरफ्तार दिखाया गया था जबकि वो गुलाम कश्मीर (पीओके) के दौरे कर रहा था।
पाकिस्तान अभी ग्रे लिस्ट में बना हुआ है लेकिन अगर वह आतंकवाद के वित्तपोषण और धनशोधन पर 27 प्वाइंट के ऐक्शन प्लान को पूरा नहीं करता है तो उसे ब्लैकलिस्ट किया जा सकता है। इससे पहले अक्टूबर 2020 में एफएटीएफ की बैठक में पाकिस्तान को इस ऐक्शन प्लान को पूरा करने के लिए तीन महीने का समय दिया गया था। पाकिस्तान ने 27 में से 21 प्वाइंट्स को पूरा कर लिया है और उसे 6 अभी पूरे करने हैं। एफएटीएफ ने पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्र की ओर से आतंकी घोषित किए गए लोगों के खिलाफ ऐक्शन लेने के लिए कहा है।
लखवी को संयुक्त राष्ट्र ने 10 दिसंबर, 2008 को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित किया है। भारतीय अधिकारियों का मानना है कि पाकिस्तान 6 सूत्री ऐक्शन प्लान को पूरा करने के लिए लगातार हीलाहवाली कर रहा है। भारत के दबाव के बाद पाकिस्तान ने लखवी को अरेस्ट किया था लेकिन अप्रैल 2015 में उसे जमानत दे दी गई। पाकिस्तान का आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई पर इससे बड़ा नाटक क्या हो सकता है कि एक ओर वो लखवी आतंकी गतिविधियों के लिए पैसे इकट्ठा करने के कथित आरोप में गिरफ्तार कर रहा है तो वहीं कुछ दिन पहले मानवीय दृष्टिकोण का हवाला देकर संयुक्त राष्ट्र से इसी आतंकी को लगभग डेढ़ लाख रुपये महीना घरेलू खर्च के लिए देने की अनुमति हासिल की है। आतंकी जकीउर्रहमान लखवी मुंबई हमलों का मास्टर माइंड है।
भारतीय पक्ष ने एफएटीएफ के सामने पाकिस्तान के नाटक की पूरी पटकथा रख दी है। इस पटकथा को देखकर किसी का भी इमरान खान के ड्रामे पर विश्वास नहीं करना मुश्किल है।.