भगोड़े इस्लामिक धर्मगुरु जाकिर नाईक ने पाकिस्तान में मंदिर तोड़े जाने की घटना का समर्थन किया है। विवादित स्कॉलर ने कहा कि इस्लामिक देश में मंदिर नहीं होने चाहिए। जाकिर नाइक ने कहा कि अगर किसी भी इस्लामिक देश में कोई मंदिर है तो उसे तोड़ देना चाहिए। उसने मंदिरों और मूर्ति पूजा पर आपत्तिजनक बयान दिया था। जिसके बाद उसकी जमकर आलोचना हो रही है।
<h3>भगोड़े जाकिर नाइक की पूरी बात</h3>
जाकिर नाइक ने कहा कि इस्लाम में यह छवि बनाना मना है फिर चाहे वो पेंटिंग हो, ड्रॉइंग हो, या फिर किसी जीवित पशु पक्षी की मूर्तिकारी हो या फिर इंसानों की मूर्ति हो या फिर पक्षियों या फिर कीड़े मकौड़ों की। ये सब कुछ इस्लाम में मना है और इसके कई सारे सबूत हैं। जाकिर नाइक ने अपनी बात को साबित करने के लिए पैगम्बर मोहम्मद से जुड़े एक किस्से का उदाहरण दिया।
कुरान की एक आयत सुनाते हुए जाकिर ने कहा कि मूर्ति कहीं भी नहीं बनाई जानी चाहिए और अगर ऐसा कुछ है तो इसे तोड़ दिया जाना चाहिए। एक इस्लामिक देश में कोई भी मूर्ति नहीं होनी चाहिए और अगर वह कहीं है तो उसे तोड़ दिया जाना चाहिए।
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में हाल ही में कट्टरपंथियों की बेकाबू भीड़ ने हिंदुओं के एक मंदिर को तोड़ कर उसमें आग लगा दी। इस शर्मनाक घटना की दुनिया के कई मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने निंदा की लेकिन इस्लामिक प्रचारक जाकिर नाइक ने इस घटना का समर्थन किया है।
आपको बता दें कि खैबर पख्तूनख्वा में स्थानीय मौलवी और जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम पार्टी के समर्थकों की अगुवाई में भीड़ ने पुराने मंदिर के साथ एक नए मंदिर का निर्माण कार्य भी ध्वस्त कर दिया। हालांकि स्थानीय लोगों के विरोध के बाद सूबे के एक मंत्री ने घटना की निंदा की और पुलिस ने इस मामले में करीब 45 लोगों को गिरफ्तार किया है।
वहीं, भारत में जाकिर नाइक की करतूतों का खुलासा होने के बाद कई धाराओं में केस दर्ज हैं और वो दूसरे देश में छिपा बैठा है। उसके आतंकवादियों के साथ साठगांठ होने की सबूत जगजाहिर हो चुके है। भारत सरकार उसके खिलाफ कार्रवाई करने की पूरी तैयारी में है।.