आखिरकार चीन न केवल एलएसी से वापस लौटा बल्कि उसने यह भी मान लिया कि गलवान हिंसा (Galwan Valley Clash) में उसके कई बड़े अधिकारी भी मारे गए थे। शी जिनपिंग यही चाल अब उसके लिए भारी पड़ गई है।गलवान वैली की खबरों पर (Galwan Valley News) चीन में पहली बार ट्विटर जैसे (Galwan Valley Twitter) सोशल मीडिया पर गलवान को लेकर शी जिनपिंग की आलोचना की खबरे प्रसारित और प्रकाशित हो रही है। चीनी जनता से सोशल मीडिया पर जमकर खीज निकाली है। लोगों का कहना है कि हमने अपने सैनिकों की मौत को इतने दिनों तक छिपाकर क्यों रखा। चीनी सोशल मीडिया वीवो (Chinese Social Media Vivo) पर आज पूरे दिन गलवान हिंसा (Glawan China India) टॉप ट्रेंडिंग में शामिल रही। लोगों ने शी जिनपिंग सरकार से इस झड़प की सच्चाई और चार सैनिकों की मौत का कारण भी पूछ रहे हैं।
चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने शुक्रवार को कहा, 'गलवान घाटी झड़प के बाद चीन ने तनाव को घटाने के लिए संयम बरता था। उसने इसलिए सैनिकों के नाम नहीं बताए ताकि दोनों ही सेनाओं के बीच संबंध खराब न हों। हुआ ने कहा कि उन्होंने चीनी सेना की ओर से जारी रिपोर्ट को कई बार पढ़ा और बहुत दुखी हैं। एक सैनिक चेन होंगजून की जब मौत हुई, उस समय वह पिता बनने वाले थे। वहीं शिआओ सियून ने अपनी गर्लफ्रेंड से शादी करने का सपना देखा था। उन्होंने चीन की संप्रभुता की रक्षा के लिए अपना बलिदान कर दिया।'
ग्लोबल टाइम्स ने गलवान घाटी में भारत और चीन के बीच हुई झड़प का वीडियो भी जारी किया है। इस वीडियो में नदी के किनारे चीनी पोस्ट दिखाई दे रही है। जिसके बाद के सीन में भारतीय सेना के एक अधिकारी आक्रामक चीनी सैनिकों के साथ खड़े दिखाई देते हैं। इस घटना के तुरंत बाद सैकड़ों की संख्या में चीनी सैनिक लाठी-डंडों के साथ भारतीय सैनिकों को घेरते नजर आते हैं। इसके बाद के सीन में कई चीनी सैनिक घायल अवस्था में जमीन पर पड़े हुए दिखाई देते हैं। वीडियो के अंत में गलवान हिंसा में मारे गए चीनी सैनिकों की तस्वीरों को दिखाया गया है। हालांकि इस वीडियो की सच्चाई सामने आने के बाद चीन खुद घिर गया है। क्यों कि वीडियो में दिखाई दे रहा है कि पहले चीनी सैनिकों ने ही पहले भारतीय सीमा का अतिक्रमण किया था।