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कौन हैं काबुल के रतन नाथ मंदिर के पुजारी? जिन्होंने तालिबान का ललकारा

अफगानिस्तान में हालात खराब हैं

अफगानिस्तान में हालात खराब हैं। तालिबान पूरे देश को अपने कब्जे में ले लिया है। राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़कर ओमान चले गए। देश में अफरा-तरफी का माहौल है। हर नागरिक देश से भागना चाहता है। लोग कैसे भी कर के पालयन करना चाहते हैं। इस बीच काबुल में रतन नाथ मंदिर के पुजारी पंडित राजेश कुमार ने अपनी जान बचाने के लिए काबुल से भागने से इनकार कर दिया है।

पंडित राजेश कुमार ने कहा है कि कुछ हिंदुओं ने मुझसे काबुल छोड़ने का आग्रह किया और मेरी यात्रा तथा ठहरने की व्यवस्था करने की पेशकश की। लेकिन, मेरे पूर्वजों ने सैकड़ों वर्षों तक इस मंदिर की सेवा की। मैं इसे नहीं छोड़ूंगा। अगर तालिबान मुझे मारता है, तो मैं इसे अपनी सेवा मानता हूं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ  के मुखपत्र ऑर्गनाइजर ने यह बातें अपनी रिपोर्ट में लिखी हैं।

आपको बता दें कि अफगानिस्तान में अब तालिबान का राज आ चुका है। तालिबान के लड़ाकों ने कल शाम राजधानी काबुल में प्रवेश किया और थोड़ी देर बाद ही उन्होंने काबुल स्थित अफगानिस्तान के राष्ट्रपति भवन में भी एंट्री कर ली। तालिबान के राष्ट्रपति भवन पर कब्जा करने से पहले ही अशरफ गनी काबुल से निकल गए। उनके अफगानिस्तान छोड़ते ही काबुल शहर में अफरातफरी का माहौल मच गया। बड़ी संख्या में लोग कल शाम से ही काबुल एयरपोर्ट पर मौजूद हैं। ये लोग किसी भी तरह से काबुल छोड़कर भागना चाहते हैं। इस प्रयास में ये सभी लोग हर कुछ भी करने को तैयार है। काबुल से सामने आए एक वीडियो में अमेरिका के एक प्लेन से 3 अफगानी नागरिक गिरते नजर आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि ये नागरिक प्लेन के ऊपर से गिरे हैं।