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बांग्लादेश में विवादित फेसबुक पोस्ट को लेकर हिंदुओं के घर जलाए गए

बांग्लादेश में विवादित फेसबुक पोस्ट को लेकर हिंदुओं के घर जलाए गए

बांग्लादेश के कुमिल्ला शहर में इस्लाम धर्म के खिलाफ एक कथित फेसबुक पोस्ट के जरिए फैलाई गई अफवाह के चलते हिंदुओं के तीन घर जला दिए गए। मीडिया रिपोर्ट में इस हादसे की पुष्टि की गई है। यह हमला रविवार को शहर के मुरादनगर इलाके में हुआ।

बांगरा पुलिस स्टेशन के ओसी कमरुजमन तालुकदार ने कहा कि धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक का नाम पुरबो धर है, जो एक किंडरगार्डेन स्कूल के हेडमास्टर हैं।

घटनास्थल का दौरा करने के बाद कुमिल्ला जिले के डिप्टी कमिश्नर मोहम्मद अब्दुल फजल मीर ने मीडिया को बताया, "स्थिति अब नियंत्रण में है।"

डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि स्थानीय लोगों ने तीन लोगों के घरों में आगजनी की। जिनमें से गिरफ्तार व्यक्ति का घर भी शामिल है। पुलिस के मुताबिक, फ्रांस में रहने वाले एक बांग्लादेशी शख्स ने 'अमानवीय विचारधाराओं' के खिलाफ कदम उठाने के लिए फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन की प्रशंसा की थी। एक स्थानीय निवासी ने बताया कि स्कूल के हेडमास्टर पुरबो धर ने इस पोस्ट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए मैक्रॉन की कार्रवाई पर अपना समर्थन जताया।

हंगामा उस वक्त हुआ जब उस पोस्ट और उस पर की गई टिप्पणी के एक स्क्रीनशॉट को इस दावे के साथ फैलाया गया कि हेडमास्टर ने पैगंबर के एक कार्टून का समर्थन किया है। जैसे-जैसे यह स्क्रीनशॉट वायरल होता गया, वैसे-वैसे तनाव बढ़ता गया और आखिरकार घरों में तोड़फोड़ और आगजनी की घटना घट गई। जिस दूसरे घर में आग लगी थी, वह पूरो धौर (ईस्ट) यूनियन काउंसिल के अध्यक्ष प्रोफेसर बनकुमार शिब का है।

यह पूछे जाने पर कि अधिकारियों ने हमलावरों के खिलाफ क्या कार्रवाई की है, डीसी ने कहा कि प्रशासन अपनी कार्रवाई में जुट गया है। ओसी कमरुजमन ने कहा कि हमले पर मामला दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है। पुलिस हमलावरों की पहचान करने के लिए वीडियो देखेगी।

पैगंबर मुहम्मद के कार्टून को लेकर विभिन्न मुस्लिम बहुल देशों में काफी दिनों से फ्रांस के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं।अब फ्रांस में रह रहे मुरादगर के कुर्बानपुर गाँव के एक बांग्लादेशी  ने "अमानवीय विचारधाराओं" के खिलाफ कदम उठाने के लिए फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन की प्रशंसा की। स्कूल के हेडमास्टर ने पोस्ट पर एक टिप्पणी में मैक्रॉन की कार्रवाई का स्वागत किया।

लेकिन पोस्ट का एक स्क्रीनशॉट और टिप्पणी सोशल मीडिया पर इस दावे के साथ फैल गई कि हेडमास्टर ने पैगंबर के कार्टून का समर्थन किया है। जैसे-जैसे फेसबुक पोस्ट के बारे में अफवाह फैलती गई, शनिवार को इलाके में तनाव बढ़ता गया।

आखिरकार, पुलिस द्वारा दोनों को गिरफ्तार किए जाने के बाद उग्र मुसलमानों ने रविवार दोपहर को हिंदुओं के घरों पर हमला शुरू कर दिया। अधिकारियों ने स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए कुर्बानपुर और अंडिकोट गांवों में पुलिस के चार प्लाटून तैनात किए हैं।

पुलिस ने गिरफ्तार किए गए हेडमास्टर और अन्य व्यक्ति के खिलाफ डिजिटल सुरक्षा अधिनियम के तहत दर्ज किया। जब पुलिस ने उन्हें रविवार देर रात एक अदालत के सामने पेश किया तो अदालत ने उनको जमानत से इनकार कर दिया और जेल भेज दिया।.