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Hong Kong MP विवादः UK का चीन पर फिर वादा तोड़ने का आरोप

Hong Kong MP विवादः UK का चीन पर फिर वादा तोड़ने का आरोप

हांगकांग (Hong Kong) के निर्वाचित सांसदों (MPs ) को अयोग्य घोषित करने के चीन के कदम की ब्रिटेन (UK) ने कड़ी आलोचना की है। ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमिनिक राब ने हांगकांग के निर्वाचित सांसदों को अयोग्य ठहराने के चीन के इस कदम की आलोचना करते हुए कहा है कि चीन ने एक बार फिर अपना वादा तोड़ा है। चीन लगातार हांगकांग की स्वायत्तता को कमजोर कर रहा है।

राब ने एक बयान में कहा कि हांगकांग के लोगों के पक्ष में ब्रिटेन खड़ा होगा और उनके अधिकारों और स्वतंत्रता के हनन के खिलाफ आवाज उठाएगा। राब ने कहा कि चीन ने एक बार फिर अपना वादा तोड़ने का काम किया है और हांगकांग की स्वायत्तता को कमजोर बनाया है। ब्रिटेन अपने अंतर्राष्ट्रीय सहयोगियों के साथ चीन को रोकेगा और अंतर्राष्ट्रीय कानून के तहत अपनी जिम्मेदारियों के लिए जवाबदेह होने के लिए दबाव डालेगा।

चीन की नेशनल पीपल्स कांग्रेस स्टैंडिंग कमेटी (National People's Congress Standing Committee-NPCSC) ने एक प्रस्ताव पास करके गैर-देशभक्त सांसदों को अयोग्य घोषित करने का नियम बनाया है। कुछ ही घंटों के भीतर उस कानून के अनुसार हांगकांग के 4 मौजूदा सांसदों को तत्काल प्रभाव से अयोग्य घोषित कर दिया गया। हांगकांग के 4 सांसदों के निष्कासन के बाद लोकतंत्र समर्थक सभी विपक्षी सांसदों ने इस्तीफा दे दिया।

ब्रिटेन के फॉरेन एंड कॉमनवेल्थ ऑफिस (Foreign and Commonwealth Office-FCO) ने कहा कि चीन का यह फैसला उसकी नीतियों के आलोचक सभी लोगों की आवाज को दबाने के प्रयासों का ही एक हिस्सा है। हांगकांग को स्वायत्तता देने के लिए ब्रिटिश-चीन संयुक्त घोषणा (Declaration) के हिसाब से चीन वैधानिक रूप से बाध्य है। उस Declaration के अनुलग्नक I (Annex I) के पैरा 3 (Paragraph 3) में अभिव्यक्ति की आजादी और हांगकांग की स्वायत्तता का साफ उल्लेख है।

हांगकांग सरकार ने जिन 4 लोकतंत्र समर्थक सांसदों को अयोग्य ठहराया है, उन लोगों में सिविक पार्टी के एल्विन य्युंग, क्वोक का-की और डेनिस क्वोक और प्रोफेशनल्स गिल्ड के केनेथ लेउंग शामिल हैं। इनको सितंबर में तय लेकिन नहीं हो सके चुनावों में हिस्सा लेने से पहले ही रोक दिया गया था।.