पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के निशाने पर हमेशा भारत ही रहा है। लेकिन इस बाद उन्होंने अपने निशाने पर अपने ही रक्षा मंत्री को रखा हुआ है। यही नहीं उन पर गंभीर आरोप भी लगाए है। इमरान खान का कहना है कि रक्षा मंत्री परवेज खट्टक उन्हें ब्लैकमेल कर रहे है। दरअसल, सत्तारूढ़ गठबंधन के संसदीय दल की मीटिंग के दौरान पाकिस्तान सरकार में रक्षा मंत्री परवेज खट्टक ने इमरान सरकार द्वारा खैबर पख्तूनख्वा की उपेक्षा करने की शिकायत की। सूत्रों के मुताबिक, रक्षा मंत्री की बात सुनकर प्रधानमंत्री इमरान खान नाराज हो गए और उन्होंने परवेज खट्टक पर आड़े हाथ ले लिया।
यह भी पढ़ें- Oxford University के डीन बने भारतवंशी सौमित्र दत्ता, जानें कब संभालेंगे पद?
संसद भवन में संसदीय दल की मीटिंग की गई थी, जिसकी अध्यक्षता पीएम इमरान खान ने की। इस बैठक में विवादास्पद पूरक वित्त विधेयक, 2022 यानी मिनी बजट को अनुमति दे दी गई। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मीटिंग में रक्षा मंत्री परवेज खट्टक ने कहा कि अगर खैबर पख्तूनख्वा के लोगों को नए गैस कनेक्शन नहीं दिए गए तो वे पीएम इमरान खान को वोट नहीं देंगे। रक्षा मंत्री परवेज खट्टक को लगता है कि बिजली और गैस के प्रावधान के मामले में खैबर पख्तूनख्वा की उपेक्षा की जा रही है, जबकि पाक के अन्य राज्यों के लोग इन सुविधाओं का फायदा उठा रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक, रक्षा मंत्री परवेज खट्टक ने प्रधानमंत्री इमरान खान से कहा कि अगर स्थिति ऐसी बनी रही तो केपी के लोग पीटीआई को वोट नहीं देंगे। बैठक के बाद खट्टक ने पत्रकारों से कहा कि उन्होंने न तो इमरान से कड़े शब्दों में बात की और न ही प्रधानमंत्री को मतदान देने की धमकी दी। उन्होंने पीएम के सामने सिर्फ केपी में गैस की कमी और नए गैस कनेक्शन पर रोक का मुद्दा उठाया। रक्षा मंत्री ने कहा कि इमरान खान मेरे प्रधानमंत्री और नेता हैं और उनसे मैंने ये नहीं कहा कि अगर केपी के लोगों को गैस कनेक्शन नहीं दिए गए तो मैं उन्हें वोट नहीं दूंगा। सूत्रों ने बताया कि अपने रक्षा मंत्री की शिकायतों पर इमरान खान नाराज हो गए और उन्होंने परवेज खट्टक से कहा कि वो उन्हें ब्लैकमेल करना बंद करें। इस पर रक्षा मंत्री मीटिंग हॉल से बाहर चले गए लेकिन बाद में प्रधानमंत्री ने उन्हें वापस बुला लिया।