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Afghanistan में नई चाल को लेकर बुरे फंसे Imran Khan, करेंसी थोपने की ‘जुगाड़’ में था पाकिस्तान

Afghanistan में नई चाल को लेकर बुरे फंसे Imran Khan

पाकिस्तान तालिबान को का सबसे बड़ा सपोर्टर है ये तो हर किसी को पता है। पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति बेहद खराब है इसके बावजूद वो अफगानिस्तान में अपनी दखल जारी रखने के भरपूर प्रयास कर रहा है। तालिबान को लेकर इमरान खान को एक दो बार नहीं बल्कि कई बार अपनी बेइज्जती करानी पड़ी है और अब एक बार फिर से इमरान खान के इस कदम के चलते आफगानिस्तान के लोगों में आक्रोश है। पाकिस्तान की मंशा है कि वह अफगानिस्तान में अपनी मुद्रा (Pakistani Currency) चलाए, जिसके चलते अफगान नागरिकों से लेकर सोशल मीडिया तक पर पाकिस्तान का विरोध किया जा रहा है।

अफगान नागरिकों का कहना है कि किसी को भी पाकिस्तानी मुद्रा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए और इसका इस्तेमाल करने वालों पर कार्रवाई की जानी चाहिए। पाकिस्तानी अखबार डेली जंग ने एक रिपोर्ट में देश के वित्त मंत्री शौकत तरीन के हवाले से कहा कि अफगानिस्तान को डॉलर के भंडार की कमी का सामना करना पड़ा और यही कारण होगा कि अफगानिस्तान, पाकिस्तानी रुपये में लेनदेन करेगा।

इसके आगे रिपोर्ट में कहा गया है कि, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और वर्ल्ड बैंक द्वारा अफगानिस्तान को भुगतान सस्पेंड करने के बाद तरीन ने यह बयान दिया। राहा प्रेस ने कहा कि, पाकिस्तान के सबसे चौंकाने वाले वित्त मंत्री ने सीनेट की आर्थिक समिति को बताया है कि चूंकि अफगानिस्तान में इन दिनों डॉलर की लिक्विडिटी खत्म हो रही है, अफगानिस्तान के साथ व्यापार रुपए (पाकिस्तानी रुपए) में हो सकता है।

पहले भी पाकिस्तान की सीमा से लगे देश के कई शहरों में, मुख्य व्यापार एक्सचेंज पाकिस्तानी रुपए पर आधारित थे, जिस पर कई प्रतिक्रियाएं आईं। शौकत ने कहा कि अफगानिस्तान की स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है और पाकिस्तान अफगान अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने में मदद के लिए एक टीम भेजेगा।

पाकिस्तान के इस कदम के बाद से सोशल मीडिया पर जमकर इमरान खान का बायकॉट हो रहा है। लोग जमकर अपना गुस्सा निकाल रहे हैं। सोशल मीडिया पर इस वक्त 'हम अफगानिस्तान के निवासी हैं, अफगानी हमारी राष्ट्रीय पहचान है और अफगानी करेंसी का उपयोग करना हमारी राष्ट्रीय जिम्मेदारी है जैसे नारे लगाए जा रहे हैं।