इमरान खान अब देश के प्रधानमंत्री नहीं हैं और अब वह कोई आदेश जारी नहीं कर सकते हैं। इसके बाद पाकिस्तानी सेना की ओर से जारी बयान आया, जिसमें कहा गया है कि पाकिस्तान की आर्मी का इन सबसे कोई लेना-देना नहीं है। सेना पूरी तरह से अलग है। पाकिस्तान में रविवार को प्रधानमंत्री इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को बिना मतदान के ही खारिज कर दिया गया था। नेशनल असेंबली के डिप्टी स्पीकर कासिम खान सूरी ने पाकिस्तानी संविधान के अनुच्छेद 5 का हवाला देते हुए इस अविश्वास प्रस्ताव को बिना वोटिंग के ही खारिज कर दिया था।
इमरान खान की सिफारिश के बाद पाकिस्तान के राष्ट्रपति ने ससंद भंग कर दी है। गौरतलब है कि राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने खान की सलाह पर नेशनल असेंबली को भंग करने के कुछ घंटों बाद इमरान खान ने कैबिनेट को भंग कर दिया था और इससे पहले पाक नेशनल एसेंबली के डिप्टी स्पीकर कासिम सूरी ने इमरान खान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को खारिज किया था। पाक सरकार के कैबिनेट सचिव के नोट से यह स्पष्ट होता है कि इमरान खान अब प्रधानमंत्री नहीं हैं और सरकार देश की नौकरशाही से चल रही है।
वहीं, इससे पहले इस बीच विपक्ष ने पीएमएल-एन के नेता शहबाज शरीफ को 195 सदस्यों के समर्थन से प्रधानमंत्री घोषित किया है। विपक्ष ने शाम को अविश्वास प्रस्ताव खारिज होने के बाद नेशनल एसेंबली पर कब्जा किया और अयाज सादिक को अध्यक्ष नियुक्त किया। जिन्होंने इमरान खान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को फिर से मान्य किया। पाकिस्तान सरकार की ओर से जारी सूचना में कहा गया है कि इमरान खान अब देश के प्रधानमंत्री नहीं हैं. उनके पास प्रधानमंत्री कार्यालय और शक्तियों के इस्तेमाल का अधिकार नहीं है। एडिशनल सेक्रेटरी एजाज ए डार के दस्तखत वाले आदेश में कहा गया है- 'इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ पाकिस्तान के आर्टिकल 58(1) और 48(1) के तहत नेशनल असेंबली भंग करने के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के ऑफिस को तत्काल प्रभाव से सीज किया जाता है. इमरान अहमद खान नाजी अगली व्यवस्था तकल जवाबदेही संभालेंगे।'