पाकिस्तानी पीएम इमरान खान और आर्मी चीफ बाजवा इस समय बुरी तरह बिलबिलाए हुए हैं। एक तरफ बलूचिस्तान में पाकिस्तानी फौज बैकफुट पर है। बलूच टाइगर्स पाकिस्तानी फौज को लगातार जान-माल का भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं तो अफगानिस्तान में भी पाकिस्तान के पालतू तालिबानी आतंकियों पर अफगान फोर्सेस कहन बन कर टूट रहे हैं। अफगान फोर्सेस ने तालिबान आतंकियों की सप्लाई लाइन काट दी है और उन पर हमले कर रहे हैं। अफगान फोर्सेस ने 24 घण्टे में 100 अधिक तालिबान आतंकियों को मार गिराया है।
अफगानिस्तान और बलूचिस्तान में मात खा रहे पाकिस्तान में हामिद मीर का प्रकरण ज्यादा भारी पड़ रहा है। हामिद मीर ने जब से पाकिस्तानी फौज में जनरल रानियों का भाण्डाफोड़ किया है तब से पाकिस्तानी जनरलों को मुंह दिखाना मुशकिल हो गया है। अभी तक पाकिस्तानी फौज पर आंख बंद कर भरोसा करने वाली पाकिस्तानी आवाम ही फौज के खिलाफ खड़ी हो गई है। बाजवा को लगता है कि इंडियन आर्मी इस मौके का फायदा उठा कर पीओके पर कब्जा कर सकता है। इसलिए पाक आर्मी चीफ ने बुधवार को कोटली रेंज का दौरा किया और पाक आर्मी की प्रिपेयर्डनेस का जायजा लिया। हालांकि जिस आर्मी के पास टैंको को आगे-पीछे करने का डीजल न हो उस आर्मी इंडिया का हमला झेलने में कितनी सक्षम होगी इसका अंदाजा खुद ही लगाया जा सकता है।
फिल्हाल खबर अफगानिस्तान की जहां खामा प्रेस ने बताया है कि अफगान के सरकारी सुरक्षाबलों और तालिबान के बीच संघर्ष में 100से अधिक आतंकवादी मारे गए हैं। इतना ही नहीं, अलग-अलग जगहों पर हुए ऑपरेशन के दौरान 50आतंकवादी घायल हो गए, कई घातक पाकिस्तानी हथियार जब्त किए गए और कुछ मात्रा में गोला-बारूद नष्ट कर दिया गया हैष
आतंकवाद के खिलाफ ये बड़े ऑपरेशन पिछले 24घंटों में लगमन, कुनार, नंगरहार, गजनी, पक्तिया, मैदान वर्दक, खोस्त, जाबुल, बडगी, हेरात, फरयाब, हेलमंद और बगलान प्रांतों में किए गए। खामा प्रेस ने आगे बताया कि आतंकियों ने देश के विभिन्न हिस्सों में 35प्रकार की माइंस बिछाए थे, जिन्हें सुरक्षाबलों ने निष्क्रिय कर दिया। बंदूक के बल पर अफगानिस्तान में तालिबान को थोपने की कोशिश करने वाले पाकिस्तान को यह बड़ा झटका है।