चीन (China) से सीमा विवाद अब तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में अब तवांग में भारतीय सेना की चीनी सेना के साथ मुठभेड़ के बाद से एलएसी (LAC) पर सुरक्षा बढ़ाने की तैयारी चल रही है। इसके लिए भारत इजरायली मिसाइल की एलएसी (LAC) पर तैनाती का विचार कर रहा है। इस मिसाइल की तैनाती से 250 किलोमीटर की रेंज में मौजूद चीनी सैन्य ठिकानों के लिए बड़ा खतरा पैदा हो सकता है। खास बात यह मिसाइल इतनी ज्यादा खतरनाक है कि इसके एक ही हमले में पिन-प्वॉइंट एक्यूरेसी से किसी भी जमीनी लक्ष्य को खत्म किया जा सकता है। इस मिसाइल को किसी भी मौसम में फायर किया जा सकता है।
हालांकि, इजरायल की इस मिसाइल को लेकर भारत की तरफ से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। इसे भारतीय वायु सेना के सुखोई एसयू-30 एमकेआई (Sukhoi Su-30MKI ) लड़ाकू विमानों पर लगाया जा सकता है। सुखोई एसयू-30 एमकेआई विमानों को भारतीय वायु सेना की रीढ़ माना जाता है।
बेहद खतरनाक रैम्पेज मिसाइल
रिपोर्ट्स के मुताबिक इस मिसाइल का नाम रैम्पेज है। इस मिसाइल को इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (IAI) ने बनाया है। रैम्पेज एक लंबी दूरी की हवा से जमीन पर सटीक प्रहार करने वाली मिसाइल है। इस मिसाइल को दुश्मन के हाई क्वालिटी और अच्छी तरह से सुरक्षित लक्ष्यों, जैसे कम्यूनिकेशन और कमांड सेंटर, एयर फोर्स बेस, मेंटीनेंस सेंटर और बुनियादी ढांचे को नष्ट करने के उद्देश्य से मिशन में इस्तेमाल के लिए विकसित किया गया है। यह मिसाइल काफी साधारण तरीके से काम करती है। रैम्पेज फायर एंड फॉरगेट ऑपरेशन के साथ एक स्टैंडऑफ हथियार है, जिसे दूर से ही फायर किया जा सकता है।
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किसी भी मौसम में की जा सकती है फायर
इसके अलावा यह मिसाइल सटीक मारक क्षमता दुश्मन के इलाके में आम जनजीवन के नुकसान से बचाती है। इस मिसाइल को स्टैंड-अलोन सिस्टम के रूप में किसी ग्राउंड बेस से या एवियोनिक सिस्टम के माध्यम से किसी लड़ाकू विमान से लॉन्च किया जा सकता है। रैम्पेज मिसाइल RS-170 इंटरफेस और वायरलेस कम्यूनिकेशन के जरिए वीडियो का ट्रांसमिशन भी कर सकती है। इसे किसी भी तरह के मौसम में, रात या दिन में फायर किया जा सकता है।
एक हमले में तबाह कर देगी इतना इलाका
रैम्पेज मिसाइल की सबसे बड़ी और खास बात यह है कि ये इसको किसी भी तरह के विमान में फिट किया जा सकता है। कुछ हथियार ऐसे होते हैं, जो रूसी मूल के लड़ाकू विमानों पर फिट नहीं होते तो कुछ पश्चिमी देशों के लड़ाकू विमानों पर नहीं लगते हैं। एक लड़ाकू विमान में ऐसी चार मिसाइलों को लगाया जा सकता है। ऐसी एक मिसाइल के हमले से 350 से 550 मीटर का इलाका पूरी तरह से नष्ट हो सकता है।