नए साल के मौके पर भारत अस्थायी सदस्य के तौर पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में शामिल हो गया है। भारत दो साल तक इसका सदस्य रहेगा। भारत के अंतरराष्ट्रीय संस्था के सदस्य बनने का फ्रांस ने स्वागत किया। भारत में फ्रांसीसी राजदूत इमैनुएल लेनिन ने कहा, हम अंतरराष्ट्रीय कानून को बनाए रखने, आतंकवाद से लड़ने और बहुपक्षवाद का बचाव करने के लिए कंधे से कंधा मिलाकर काम करने के लिए उत्सुक हैं। इसके लिए हमें यूएनएससी में सुधार की भी आवश्यकता है जिससे भारत को एक स्थायी सदस्यता मिल सके।
<h3>भारत को आठवीं बार सीट मिली</h3>
UNSC में पांच स्थायी सदस्य और 10 अस्थायी सदस्य होते हैं। भारत को अस्थायी सदस्य के तौर पर यूएनएससी में आठवीं बार सीट मिली है। इससे पहले भारत ने सुरक्षा परिषद में व्यापक सहयोग की जरूरत को रेखांकित करते हुए कहा था कि अस्थायी सदस्य के तौर पर भारत अपने कार्यकाल में मानवाधिकारों और विकास जैसे बुनियादी मूल्यों को बढ़ावा देगा। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि भारत का जोर बहुपक्षवाद पर भी रहेगा।
<strong>तिरुमूर्ति ने कहा था, सबसे बड़े लोकतंत्र के नाते हम लोकतंत्र, मानवाधिकार और विकास जैसे बुनियादी मूल्यों को बढ़ावा देंगे। उन्होंने कहा था, भारत का संदेश होगा कि हम एकीकृत ढांचे में विविधता को किस तरह बढ़ावा दे सकते हैं जो कि संयुक्त राष्ट्र में कई तरीके से प्रतिबिंबित होता है।</strong>
तिरुमूर्ति ने कहा था, भारत निश्चित रूप से परिषद में वृहद सहयोग की जरूरत को रेखांकित करेगा। उन्होंने कहा कि यह ऐसा स्थान नहीं होना चाहिए जहां निर्णय लेने की प्रक्रिया में किसी प्रकार के गतिरोध के कारण अत्यावश्यक जरूरतों पर उचित तरीके से ध्यान नहीं किया जा सके।
<h3>अगस्त 2021 में अध्यक्षता करेगा भारत</h3>
भारत के अलावा नॉर्वे, केन्या, आयरलैंड और मैक्सिको वर्ष 2021 में अस्थायी सदस्य के तौर पर शामिल होंगे। इनके अलावा एस्टोनिया, नाइजर, सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस, ट्यूनीशिया और वियतनाम यूएनएससी के अस्थायी सदस्य हैं।.